भारत के सबसे तेजी से बढने वाले बैंकों में से एक लक्ष्मी विलास बैंक ने नासा द्वारा चयनित स्पेस किड्ज इंडिया के नए प्रोजेक्ट ‘एनएसएलवी कलाम-2’ का समर्थन करने की घोषणा की है। यह एक 48 घंटे का मिशन है जिसमें एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से दोगुने आकार के एक पेलोड का निर्माण किया जाएगा। यह पेलोड नासा के वैज्ञानिक गुब्बारे में भेजा जाएगा जो स्ट्रैटोस्फियर में भेजा जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य भारत में अंतरिक्ष पर्यटन की व्यवहार्यता को समझना है और इस उद्देश्य से डेटा और मानव डीएनए नमूने इकऋा करने के लिए इसे सेंसर से लैस किया गया है। इसके अलावा इसका मकसद डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के सम्मान में एक कार्यात्मक अंतरिक्ष प्रिंटर तैयार करने का भी है। चेन्नई के छह छात्रों सहित कुल 8 छात्रों ने इस पेलोड को डिजाइन और विकसित किया है। ग्रहण की उपस्थिति के आधार पर, 24 अगस्त या 31 अगस्त को नासा के लैंगली अनुसंधान केंद्र से इस गुब्बारे को लॉन्च किया जाएगा।

बच्चों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए लक्ष्मी विलास बैंक के एमडी और सीईओ श्री पी. मुखर्जी ने कहा, ‘एनएसएलवी कलाम परियोजना को सपोर्ट करना बच्चों के बीच नवप्रवर्तन की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने की दिशा में उठाए गए लक्ष्मी विलास बैंक के कई कदमों में से एक है। हमने आकाश की ऊंचाइयों तक उड़ान भरने के लिए युवाओं की आकांक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ स्पेस किड्ज इंडिया के साथ भागीदारी करने का फैसला किया। इस तरह के अनुभवों को मान्यता देते हुए इन्हें और प्रेरित किया जाना चाहिए ताकि पूरे देश में युवा विज्ञान में रुचि ले सकें। इस प्रकार की प्रतिभाओं को पोषित करने के लिए नवीन आविष्कारों और वैज्ञानिकों के एक पूल का निर्माण करने में काफी मदद मिलेगी, जो देश को उस प्रौद्योगिकीय क्रांति की तरफ ले जाएंगे, जिसकी झलक पूरी दुनिया में दिखाई दे रही है।