लखनऊ। गोरखपुर में सिर्फ 69 लाख के भुगतान न होने से हुई आक्सीजन की
कमी से 60 से ज्यादा मासूमों की मौत पर माकपा ने गहरा दुख जताते हुए इसे सरकारी
व्यवस्था द्वारा की गयी हत्या करार दिया है। इसके विरोध में माकपा राज्य
कार्यालय से जीपीओ गांधी प्रतिमा तक एक प्रतिरोध मार्च निकाला गया। प्रतिरोध
मार्च का नेतृत्व राज्य सचिव का0 हीरालाल यादव ने किया।

जीपीओ गांधी प्रतिमा पर हुई एक सभा को सम्बोधित करते हुए का0 हीरालाल यादव ने
कहा कि इस घोर संवेदनहींन सरकार के खिलाफ हमे अपनी आवाज बुलंद करने की जरूरत
है । योगी सरकार पूरी तरह से हर मोर्चे पर विफल है, सरकारी अस्पताल में
आक्सीजन आपूर्ति करने वाली कम्पनी का भुगतान न होना दिखाता है कि सरकार को आम
आदमी की जान की चिन्ता नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की कम्युनिस्ट
पार्टी (मार्क्सवादी) मांग करती है कि –

  1. राज्य सरकार स्वास्थ्य मंत्री तत्काल जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा
    दे।

  2. घटना की तत्काल न्यायिक जांच कराकर दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करके जेल
    भेजा जाये।

  3. अस्पताल प्रशासन के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करायी जाये।

  4. हर पीड़ित परिवार को 25-25 लाख रूपये मुआवजा दिया जाये।

प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए राज्य सचिव मण्डल सदस्य का0 मधु गर्ग ने कहा कि
मासूम बच्चों की यह बेरहम हत्या है जिसकी भरपाई कोई मुआवजा नहीं कर सकता। योगी
सरकार न महिलाओं के खिलाफ अपराध रोक पाने में सक्षम है और न ही आम जनता को कोई
सुविधा दिला पाने मंें। सरकार पूरे प्रदेश में अपनी साम्प्रदायिक मुहिम को
जारी रखने के लिए सरकार काम कर रही है। उन्हें मदरसों में 15 अगस्त की
रिकार्डिंग कराने की चिंता है लेकिन अस्पतालों में आक्सीजन है कि नहीं उसकी
कोई चिन्ता नहीं है।

प्रदर्शन को राज्य सचिव मण्डल सदस्य तथा किसान सभा के महामंत्री का0 दीनानाथ
सिंह यादव, खेत मजदूर यूनियन के महासचिव का0 बी0एल0 भारती, सेन्टर आफ इण्डियन
टेªड यूनियन्स के महामंत्री का0 प्रेमनाथ राय, जनवादी महिला समिति प्रदेश
अध्यक्ष मधु गर्ग, नौजवान सभा प्रदेश सचिव का0 राधेश्याम वर्मा, एसएसएफआई के
प्रदेश सचिव विकास स्वरूप के अलावा लखनऊ जिला सचिव का0 प्रदीप शर्मा, जनवादी
महिला समिति की अध्यक्ष व मंत्री का0 सुमन सिंह व का0 सीमा राना, किसान सभा
नेता प्रवीन सिंह, पार्टी जिला कमेटी सदस्य का0 प्रेमकुमार ने सम्बोधित किया।
प्रतिरोध मार्च में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के अलावा शहर के
रंगकर्मी, पत्रकार, लेखक, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।