श्रेणियाँ: देश

हमें अपनी ताकत सहिष्‍णुता से मिलती है

विदाई भाषण में राष्ट्रपति प्रणब दे गए अहिंसक समाज का पाठ

नई दिल्ली: भारत के 13वें राष्‍ट्राध्‍यक्ष प्रणब मुखर्जी ने सोमवार (24 जुलाई) शाम को आखिरी बार राष्‍ट्र को संबोधित किया। अपने विदाई भाषण में राष्‍ट्रपति ने लोकतंत्र के मूल्‍यों की याद दिलाई और एक बेहतर भविष्‍य की बुनियाद के सूत्र भी बताए। राष्‍ट्रपति ने कहा, ”मैं भारत के लोगों के प्रति कृतज्ञता जाहिर करता हूं जिन्‍होंने मुझपर इतना विश्‍वास किया। मैंने इस देश को जितना दिया है, उससे कहीं ज्‍यादा मुझे वापस मिला है। मैं सदैव भारत के लोगों का ऋणी रहूंगा।” राष्‍ट्रपति ने आगे कहा, ”विकास को साकार होने के लिए, देश के गरीबों को यह लगना चाहिए कि वे भी मुख्‍यधारा का हिस्‍सा हैं।” मुखर्जी ने कहा, ”5 साल पहले, जब मैंने राष्‍ट्रपति पद की शपथ ली थी, तब मैंने संविधान के संरक्षण और रक्षा की कसम खाई थी। इन पांच सालों के हर एक दिन पर, मुझे अपनी जिम्‍मेदारी का भान था। मैं अपनी जिम्‍मेदारियां निभाने में कितना सफल रहा, इसका फैसला समय करेगा, इतिहास के चश्‍मे से। पिछले पचास सालों के सार्वजनिक जीवन में, मेरी पवित्र किताब संविधान रहा है। भारत की संसद मेरा मंदिर रही है और लोगों की सेवा करना मेरा जुनून।”

राष्‍ट्रपति ने अपने विदाई भाषण में लोकतंत्र में बहस की जरूरत समझाई और हिंसा से दूर रहने की हिदायत दी। उन्‍होंने कहा, ”भारत की आत्‍मा बहुवाद और सहिष्‍णुता में बसती है। सदियों तक विचारों के आदान-प्रदान से हमारा समाज बहुमुखी हो गया है। संस्‍कृति, विश्‍वास और भाषा में इतनी विविधता ही भारत को विशेष बनाती है। हमें अपनी ताकत सहिष्‍णुता से मिलती है, यह सदियों से हमारी सामूहिक चेतना का अंग रहा है। सार्वजनिक जीवन में विभिन्‍न मत हो सकते हैं, हम बहस कर सकते हैं, हम सहमत हो सकते हैं, हम असहमत हो सकते हैं, मगर हम विभिन्‍न मतों की मौजूदगी को नजरअंदाज नहीं कर सकते। अन्‍यथा हमारी सोच का एक मूल चरित्र कहीं गायब हो जायेगा। हमें सार्वजनिक जीवन को किसी भी प्रकार की हिंसा, शारीरिक या जुबानी, से मुक्‍त करना होगा। सिर्फ एक अहिंसक समाज ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सभी हिस्‍सों की भागीदारी को निश्‍चिंत कर सकता है।”

मुखर्जी ने कहा, ”हमारे विश्‍वविद्यालय केवल रट्टा मारने की जगह नहीं, बल्कि बेहतरीन दिमागों का संगम होने चाहिए। हमें गरीब से गरीब को उठाना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी नीतियों का लाभ आखिरी व्‍यक्ति तक पहुंचे। गरीबी के उन्‍मूलन से खुशहाली को पंख लगेंगे।

Share

हाल की खबर

मतदान में लखनऊ रहा फिसड्डी, यूपी में 5 बजे तक 55.86 प्रतिशत मतदान

लोकसभा चुनाव के 5वें चरण के तहत 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 49…

मई 20, 2024

20 मई को रैपिडो की ‘सवारी ज़िम्मेदारी की’ लखनऊ में उपलब्ध होगी

कोड ‘VOTENOW’ का उपयोग करें और आम चुनाव 2024 के दौरान पाएं रैपिडो की मुफ्त…

मई 18, 2024

समाजवादी शहजादे ने एक नई बुआ की शरण ली है, बाराबंकी में PM मोदी ने अखिलेश पर कसा तंज

ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी:यूपी के बाराबंकी लोकसभा सीट व मोहनलालगंज लोकसभा सीट पर चुनाव…

मई 17, 2024

पिपरसंड ग्रामपंचायत में शुरू होने के लिये तैयार डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक

लखनऊ।उत्तर प्रदेश सरकार के साथ निवेश को लेकर हुये एमओयू के बाद राज्य के ग्रामीणों…

मई 17, 2024

स्वाती मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार निंदनीय- दारापुरी

आल इंडिया पीपुल्स फ्रन्ट दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाती मालीवाल के साथ दिनांक…

मई 17, 2024

राबर्ट्सगंज सीट पर भाजपा के विरुद्ध जनता लड़ रही है चुनाव

दुद्धी, सोनभद्र:देश की आर्थिक संप्रभुता को क्षति पहुंचाने, समाज के मैत्री भाव को नष्ट करने…

मई 16, 2024