लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में खतरनाक विस्फोटक पीईटीएन मिलने के बाद शनिवार को यूपी एटीएस के अधिकारी सपा विधायक मनोज पांडेय से पूछताछ कर सकती है. वहीं एनआईए और सुरक्षा एजेंसियां कई और विधायकों से डीजीपी मुख्यालय पूछताछ कर सकती है.

यूपी एटीएस की टीम विस्फोटक बरामद करने वाले सुरक्षाकर्मी से भी पूछताछ कर सकती हैं. टीम ने विधानसभा परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में लिया है. फिलहाल अधिकारिक रूप से कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

वहीं मामला सामने आने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच एनआईए को सौंपी है. बता दें, कि विस्फोटक उस सीट के नीचे मिला, जहां समाजवादी पार्टी के विधायक बैठते हैं. अगर धमाका होता तो सबसे ज्यादा नुकसान एसपी विधायकों को ही होता.

इसके अलावा, स्पीकर, सीएम, सीनियर मंत्रियों और विधायकों की जान को भी खतरा हो सकता था. वहीं बजट सेशन के दौरान सभी सदस्य सदन के अंदर ही होते.हालांकि अब मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद विधायकों, मंत्रियों और कर्मियों के अलावा सभी पास को निरस्त करने का आदेश दे दिया गया. इतना ही नहीं गाड़ियों को अलग से पार्किंग का स्थान भी सुरक्षित कर दिया गया है.

गौरतलब है कि फोरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया है कि 12 जुलाई को समाजवादी पार्टी के एक विधायक की सीट से मिला सफ़ेद पाउडर एक खतरनाक विस्फोटक था जिसका इस्तेमाल आतंकवादी करते हैं.