नई दिल्ली : ऑल इंडिया उलेमा मशाइख बोर्ड के संस्थापक हज़रत सय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी ने कल हज़रत निजामुद्दीन स्थित उर्स महल में उर्से हज़रत अमीर खुसरो रहमतुल्लाह अलैहि के उर्स के मौके पर आयोजित महफ़िल को संबोधित करते हुए कहा कि नफरत को नफरत से हरगिज़ नहीं मिटाया जा सकता इसके लिए आपको मोहब्बत की हवा चलानी होगी.

उन्होंने कहा कि सूफिया का यही तरीक़ा है यही पैग़ाम है कि नफरत किसी से नहीं मोहब्बत सबके लिए अगर हमने इसे अपना लिया तो हर तरफ मोहब्बत के फूल महकेंगे.

हज़रत ने कहा आज हर तरफ नफरत के सौदागर नज़र आ रहे हैं ऐसे खतरनाक माहौल में अगर अहले मोहब्बत खामोश रहे तो तबाही को रोका नहीं जा सकता.

मौलाना किछौछवी ने 15 जुलाई को होने वाले यौमे दुरूद का ज़िक्र करते हुए कहा कि दुरूद मोहब्बत का जरिया है जब हम मोहसिने इंसानियत सल्लल्लाहुआलेहिवसल्लम से सच्ची मोहब्बत करेंगे उनसे अपने रिश्ते को मज़बूत करेंगे तो जो शिक्षा हमे हमारे नबी सल्लल्लाहुआलेहिवसल्लम ने दी उसपर अमल आसान होगा और हम अमन की तस्वीर नज़र आएंगे ,लिहाज़ा कसरत से दुरूद पढ़े और मोहब्बत को आम करें.

इस मौके पर हज़रत सय्यद अहमद निज़ामी ,हज़रत सय्यद फरीद निज़ामी पंडित गुलज़ार जुत्शी सहित हज़ारों श्रद्धालु मौजूद रहे कार्यक्रम का समापन सलातो सलाम के बाद मुल्क़ में अमन की दुआ के साथ हुआ.