लखनऊ: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आज केंद्र और यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि केन्द्र में बीजेपी की मोदी सरकार की तरह ही प्रदेश की योगी सरकार भी छलावे व दिखावे की सरकार साबित हो रही है| मायावती पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की एक विशेष बैठक को सम्बोधित कर रही थीं |

मायावती ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि बी.एस.पी का मिशनरी मूवमेन्ट खासकर उत्तर प्रदेश में पहले की तरह ही काफी मजबूती से जड़ पकड़े हुये है और बीजेपी एण्ड कम्पनी व आर.एस.एस. के लोग केवल लोगों को गुमराह करने के लिये अनेकों प्रकार की ग़लत अफवाहें फैलाने का काम करते रहते हैं। आर.एस.एस. पिछले चुनावों के साथ-साथ अपने जातिवादी, साम्प्रदायिक व हिंसक राजनीतिक एजेण्डे को लागू करने में आजकल सरकारी धन, सुविधा व शक्ति का भी खुलकर उपयोग कर रहा है व करवा भी रहा है और इस क्रम में खासकर बी.एस.पी. को निशाना बनाने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने याद दिलाया कि इन्हीं जातिवादी तत्वों ने आपस में अन्दुरुनी गठजोड़ करके परमपूज्य बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के मानवतावादी मूवमेन्ट को कभी भी चुनावी राजनीति में सफल नहीं होने दिया, परन्तु बाबा साहेब के अथक प्रयासों से उनके राजनीतिक चेतना के मूवमेन्ट को वे लोग बहुत चाहने के बावजूद नहीं रोक पाये और इस प्रकार बाबा साहेब देश की राजनीति व देश की तकदीर को नया मानवतावादी आयाम देने में ऐतिहासिक तौर पर काफी सफल रहे, जिसका ही परिणाम है कि आज बीजेपी एण्ड कम्पनी जैसी जातिवादी ताकतें सत्ता का घोर दुरूपयोग करने के बावजूद बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की सर्वसमाज में से खासकर करोड़ों ग़रीबों, किसानों, मजदूरांे, दलितों, पिछड़ांे, धार्मिक अल्पसंख्यकों आदि के हित व कल्याण के प्रति मानवतावादी सोच व संवैधानिक व्यवस्थाओं को पराजित नहीं कर पा रही हंै और विभिन्न स्तरों पर उनके इस प्रयास का जबर्दस्त विरोध जारी है।

मायावती ने कहा कि बीजेपी एण्ड कम्पनी व आर.एस.एस. आदि के लोग बी.एस.पी. को ही असल खतरा व चैलेन्ज मानते हैं, जैसाकि वे पहले बाबा साहेब डा. अम्बेडकर को अपने रास्ते का रूकावट मानते थे और ऐसे घोर जातिवादी तत्वों के केन्द्र व राज्यों की सत्ता में आ जाने पर देश की आमजनता को भी यह स्पष्ट होता जा रहा है कि इनकी नीति व कार्यक्रम देश व समाज को जोड़ने वाली नहीं बल्कि देश को तोड़ने वाली हैं। इसी का ही परिणाम है कि आज पूरे देश में लक्ष्य करके जातिवादी व साम्प्रदायिक हिंसा, तनाव व हत्याओं का एक खतरनाक वातावरण हर तरफ पैदा कर दिया गया है। देश भर में ऐसी गंभीर आशंका, भय व आपसी भेदभाव एवं नफरत का माहौल सरकारी स्तर पर एक नीति के तहत इतने लम्बे समय तक कभी भी देखने को नहीं मिला, जबकि देश के करोड़ों ग़रीब, मज़दूर, किसान, अन्य मेहनतकश व बेरोजगार लोगों का जीवन बेहाल, अत्यन्त कष्टदायक व पीड़ादायी बना हुआ है और बीजेपी सरकार अपनी इस प्रकार की घोर विफलताओं पर पर्दा डालने तथा लोगों की आँखों में धूल झोंकने के लिये ही गोरक्षा, आतंकवाद, कश्मीर, सीमा पर तनाव, अपरिपक्व तरीके से नोटबन्दी व अब बिना पूरी तैयारी के ही जी.एस.टी. जैसी जटिल नई कर व्यवस्था आदि के मामलों को देशभक्ति व नये भारत के निर्माण आदि के स्लोगन का सहारा लेने का प्रयास कर रही है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार भी अब तक के अपने कार्यकाल में जनहित व विकास एवं अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में बुरी तरह से विफल साबित होती हुई नजर आ रही है। हर तरफ असुरक्षा के भयभीत करने वाले माहौल के साथ-साथ प्रदेश में सड़क, पानी, बिजली, अस्पताल, शिक्षा आदि की आवश्यक सरकारी सेवाओें का भी काफी ज्यादा बुरा हाल बना हुआ है और यह सब तब है जब केन्द्र व प्रदेश में दोनों ही जगह बीजेपी की ऐसी सरकार है जिसने उत्तर प्रदेश के लगभग 22 करोड़ लोगों से काफी बड़े-बड़े वायदे किये हुये हैं और ऐसे हसीन व रंगीन सपने दिखाये हैं कि लोग बड़ी आसानी से इनके बहकावे में भी आ गये। केन्द्र में बीजेपी की मोदी सरकार की तरह ही प्रदेश की योगी सरकार भी छलावे व दिखावे की सरकार साबित हो रही है क्योंकि इनकी सरकारों में आमजनता का काफी ज्यादा बुरा हाल व जीवन त्रस्त है तथा लोगों की समस्यायें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं।

मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता बीजेपी से दो बार, पहले सन् 2014 के लोकसभा आमचुनाव में और फिर सन् 2017 के विधानसभा आमचुनाव में धोखा खा चुकी है, परन्तु सर्वसमाज में से खासकर बी.एस.पी. से जुड़े ग़रीब, मज़दूर, किसान, दलित, पिछड़े, मुस्लिम व अपरकास्ट समाज के गरीब लोग बी.एस.पी. के ’’सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’’ के लक्ष्य के प्रति कृत संकल्पित हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि इन सबका यह मिशनरी लगन आज नही ंतो कल जरूर ही सफलता के कदम चूमेगा।