नई दिल्ली: आईसीसी मिनी वर्ल्ड कप की खिताबी जंग का मैच अब से कुछ ही घंटों की दूरी पर है. भारत और पाकिस्तान दोनों ही टीमें अपने-अपने दावों को सच साबित करती हुई यहां तक पहुंची हैं, लेकिन जहां वर्ल्ड कप में पलड़ा हमेशा भारत का भारी रहा है, वहीं वनडे फाइनलों में अब तक पाकिस्तान का इतिहास बेहतर रहा है. इन सबके बावजूद मौजूदा कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर दोनों का मानना है कि पिछले मैच का फाइनल पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.

पूर्व कप्तान गावस्कर कहते हैं, "इस मैच में किसी टीम पर एकतरफा दांव लगाना गलत साबित होगा. मुझे लगता है कि दोनों ही टीमों की जीत के 50-50 फीसदी मौके हैं." कप्तान विराट कोहली भी कहते हैं, "इससे फर्क नहीं पड़ता कि लीग मैच में क्या हुआ?'

वैसे कप्तान विराट कोहली फॉर्म में हैं और टूर्नामेंट में 253 के औसत से (81 नाबाद, 0, 76 नाबाद, 96 नाबाद रनों की पारियां) बल्लेबाजी कर रहे हैं. वैसे पाकिस्तान के जुनैद ख़ान (जुनैद ने विराट को 4 में से 3 मैचों में आउट किया है) जैसे गेंदबाज के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बेहतर नहीं है.

मगर सनी गावस्कर कहते हैं, "इससे क्या फर्क पड़ता है कि जुनैद विराट को कंट्रोल कर सकते हैं. वो कंट्रोल कर भी लेते हैं तो रोहित शर्मा और शिखर धवन जबर्दस्त फॉर्म में हैं. मिडिल ऑर्डर में टीम इंडिया के पास शानदार स्ट्रेंथ है. इसलिए सिर्फ विराट को कंट्रोल कर भी लें तो फर्क नहीं पड़ता.'

कप्तान विराट मानते हैं कि इस तरह के टूर्नामेंट और इस तरह के हालात में तकनीक नहीं खिलाड़ी या टीम की सोच अहम हो जाती है. वह मानते हैं कि इस तरह के हालात में विपरीत हालात से टीम को बाहर निकालने की क्षमता अहम हो जाती है. उन्होंने कहा कि वह इस तरह के हालात पर काम करते रहते हैं. उन्होंने बताया कि मुश्किल परिस्थितियों को विजुअलाइज कर वह टीम को मुश्किलों से निकालने की कोशिश करते रहते हैं.
क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े मुकाबलों में से एक ….यानी मिनी वर्ल्ड कप के फाइनल के लिए भारत और पाकिस्तान की टीमें ने कमर कस ली है..

भारत और पाकिस्तान के क़रीब 150 करोड़ क्रिकेट फ़ैन्स के अलावा सभी दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों की नज़रें ओवल पर एक बेमिसाल फाइनल का इंतजार कर रही हैं. क्रिकेट मैदान के सबसे लोकप्रिय मैच की बेताबी को लेकर हर लम्हा फ़ैन्स की धड़कनें तेज हो रही हैं… दोनों टीमों के बीच होने वाले 100 ओवरों के मैच की एक-एक गेंद की रणनीति को लेकर टीमों में गहरी चर्चा हो चुकी है.

भारतीय बैटिंग यूनिट को लेकर जानकार और टीम इंडिया का भरोसा पूरी तरह कायम हो चुका है. इंग्लैंड दौरे पर अब तक भारतीय सलामी बल्लेबाज़ छाए रहे हैं. रोहित शर्मा और शिखर पूरे फ़ॉर्म में हैं… शिखर 2013 में हुए पिछले चैंपियंस ट्रॉफी की तरह ही फाइनल को भी दुहराने का माद्दा रखते हैं. मिडिल ऑर्डर में विराट, युवी, धोनी जैसे दिग्गजों का दम है तो लोअर ऑर्डर में हार्दिक पांड्या और आर अश्विन जैसे ऑलराउंडर
किसी भी गेंदबाज़ के लिए आसान शिकार नहीं…

पाकिस्तानी टीम अपनी गेंदबाज़ी का ज़ोर लगाएगी. मो. आमिर, हसन अली, जुनैद ख़ान, रुम्मन रईस जैसे तेज़ गेंदबाज़ों के साथ शादाब ख़ान और इमाद वसीम जैसे स्पिनर किसी टीम के ख़िलाफ़ कारगर साबित हो सकते हैं. पाकिस्तानी ओपनर अज़हर अली, फख़र ज़मान और मिडिल ऑर्डर में बाबर आज़म, मो. हफ़ीज़, शोएब मलिक और कप्तान सरफ़राज़ को इस बात का पूरा अहसास होगा कि 4 जून को उनकी पारी भारत के सामने कैसे लड़खड़ाई थी. ऐसे में भारतीय गेंदबाजों को पिछले मुकाबले से अलग एक बेहतर चुनौती की उम्मीद करनी चाहिए.

विराट ने भारतीय हॉकी टीम को भी पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच के लिए शुभकामनाएं दीं. वर्ल्ड हॉकी लीग के सेमीफ़ाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच, लंदन में ही क़रीब आधे घंटे की दूरी पर, ली-वैली हॉकी एंड टेनिस सेंटर पर शाम 6:30 बजे हॉकी टीमें भी टकराएंगी.

विराट ने भी कहा कि इन हालात में जो टीम जितना शांत होकर खेलेगी उसे अहम फैसले लेने में उतनी ही मदद मिलेगी. दोनों टीमें जानती हैं कि फैन्स चाहे जितना जुनून दिखाएं …मैदान पर खेल भावनाओं को नियंत्रण में रखना होगा. आंकड़े, इतिहास रणनीतियों से आगे जो टीम क्रिकेट का बेहतर हुनर दिखाएगी जीत उसी की होगी.