लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों की जीत स्थाई नहीं रहेगी। भाजपा की सामाजिक सौहार्द व धर्मनिरपेक्षता विरोधी राजनीति का पुरजोर विरोध किया जाएगा। वह सपा कार्यालय में विभिन्न जिलों से आये कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। यादव ने कहा कि लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है। इससे निराश होने की जरूरत नहीं है। सदस्यता अभियान चल रहा है। इसमें और तेजी लानी है। संगठन जितना मजबूत होगा, आवाज में उतनी अधिक ताकत होगी। भाजपा झूठ के बल पर सत्ता में पहुंची है जबकि सपा ने विकास के नाम पर चुनाव लड़ा था। भाजपा की सामाजिक सौहार्द एवं धर्मनिरपेक्षता विरोधी राजनीति का विरोध चलता रहेगा।

यादव ने कहा कि जनता अभी से यह कहने लगी है कि पचास दिन में त्राहि-त्राहि मच गई है। कानून व्यवस्था चौपट है। लूट, हत्या, डकैती, दुष्कर्म की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। युवाओं को भविष्य अंधेरे में दिखाई दे रहा है। वहां मौजूद समाजवादी व्यापार सभा के अतरौलीनगर अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि सपा होर्डिंग लगाने पर उनको गलत तरीके से जेल भेजा गया। बदले की भावना से कार्रवाई हो रही है। एक वक्ता ने कहा कि सामाजिक सद्भाव बिगाडऩे की साजिश हो रही है। सपा सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं के विरुद्ध दुष्प्रचार चल रहा है। सब का विकास का वादा किया गया था किन्तु किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई। कर्मचारियों का उत्पीडऩ हो रहा है। पुलिस पर सत्तारूढ़ दल के लोग हमला कर रहे हैं।

मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाओं ने कानून व्यवस्था खराब होने की शिकायत दर्ज कराई। इन लोगों ने भरोसा दिलाया है कि वह पार्टी के संघर्ष में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगी। महिलाओं ने भाजपा राज के कामकाज से लोगों में निराशा है।