कपिल मिश्रा के अनशन के जवाब में जंतर-मंतर पर विधायक संजीव झा

नई दिल्ली: आप के बागी नेता कपिल मिश्रा के अनशन के जवाब में पार्टी के ही बुराड़ी से विधायक संजीव झा जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठ गए हैं. उनकी मांग है कि कपिल यह बताएं कि उन्‍होंने कब अरविंद केजरीवाल को पैसे लेते हुए देखा. संजीव का कहना है कि अगर कपिल आरोपों का जवाब दे देते हैं तो मैं खुद अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आवाज उठाऊंगा और कपिल के साथ बैठूंगा.

इससे पहले सुबह संजीव राजघाट जाने के बाद कपिल के घर के सामने अनशन करने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्‍हें यहां अनशन करने की अनुमति नहीं दी और उन्‍हें सराए रोहिल्‍ला थाना ले जाया गया. यहां पर भी कई घंटों तक चली बहस के बाद संजीव कपिल के घर के सामने ही उनके अनशन के जवाब में अनशन पर बैठने की जिद पर अड़े रहे लेकिन पुलिस का कहना है कि वह रिहाइशी इलाका है और संजीव वहां अनशन पर नहीं बैठ सकते.

बाद में उन्‍हें यहां से जाने दिया गया, लेकिन वे इसके बाद भी संजीव दोबारा कपिल के घर पहुंचे, जहां उन्‍होंने फुटपाथ पर ही अनशन करने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल न हो सके. पुलिस ने उन्‍हें बस के जरिये यहां से जंतर-मंतर पहुंचाया, जिसके बाद उन्‍होंने यहां भूख हड़ताल की शुरुआत कर दी है.

दरअसल, विधायक संजीव झा ने शनिवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल मेरे मसीहा हैं. कपिल मिश्रा के आरोपों पर संजीव झा का कहना है कि कपिल मिश्रा जो भी आरोप लगा रहे हैं उसके सबूत भी दें. साथ ही वो वक्त भी बताएं कि 5 मई को किस समय वो केजरीवाल के घर गए थे. साथ ही उनका ये भी कहना है कि 5 मई को कपिल मिश्रा केजरीवाल के घर किस वक्त गए थे वो समय भी बताएं.

इसके साथ ही शनिवार को कपिल मिश्रा के अनशन का चौथा दिन है. उन्‍होंने फिर से एक खत अरविंद केजरीवाल के लिए लिखा है. उसको शनिवार सुबह पढ़कर सुनाया. उसमें केजरीवाल और संजीव झा पर निशाना साधते हुए कपिल मिश्रा ने लिखा है, ''पिछले चार दिनों में इन विदेशी यात्राओं के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए आपने कितना कुछ करवाया. क्या है ऐसा जिसके सामने आने से आपको डर लगता है. इन पांचों नेताओं के विदेशी दौरों की जानकारी देने से क्यों बच रहे हैं आप? कल आपने विधायकों को मेरे खिलाफ ढाल बनाने की रणनीति बनाई. केवल एक विधायक तैयार हुए? एक सच को छिपाने के लिए कितने तमाशे अरविंद जी. संजीव मेरे भाई हैं. मुग्ध हैं आप पर. एक दिन उनकी आंखों से भी पर्दा हटेगा. शायद कल ही ये पर्दा हट जाए.

कल जो तथ्य मैं देश के सामने रखूंगा वो सारे देश को ये बता देंगे कि आप इन विदेशी दौरों की जानकारी देने से क्यों बच रहे हो. कल के लिए भी कोई नया तमाशा ढूंढ लीजियेगा, ध्यान भटकाने के लिए. पुनः याद दिलाना चाहता हूँ, जब तक इन विदेशी दौरों के विवरण सार्वजनिक नहीं होते, मैं अनशन नहीं तोडूंगा.