नई दिल्ली: सिंगर सोनू निगम ने आज (18 अप्रैल) को एक और ट्वीट कर कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और मस्जिदों और मंदिरों में लाउडस्पीकर नहीं होने चाहिए। इस ट्वीट के बाद सोनू ने अहमद पटेल के ट्वीट को री-ट्वीट किया है, जिन्होंने कहा था कि मॉर्डन वर्ल्ड में लाउड स्पीकर्स की कोई जरूरत नहीं है। इस पर सोनू ने लिखा कि समझदार लोग इसी तरह से मुद्दों को समझते हैं। आपकी इज्जत करता हूं अहमद पटेल जी। यह अजान या आरती नहीं, बल्कि लाउड स्पीकर्स के लिए है।

बता दें कि 17 अप्रैल को सोनू निगम ने दो ट्वीट किए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं मुसलमान नहीं हूं, फिर मैं मुझे सुबह अजान सुनकर जगना पड़ता है। सोनू ने इसके बाद और ट्वीट कर अजान की आवाज पर हमला करते हुए लिखा था कि जब मुहम्मद साहब जिंदा थे तब उनके टाइम पर तो बिजली आती नहीं थी..फिर एडिसन के आविष्कार के बाद ऐसे चोंचलों की क्या जरूरत है। सोनू यहीं नहीं रुके उन्होंने तो ये तक कहा था कि ये सब तो सिर्फ गुंडागर्दी है।

सोनू निगम के इस ट्वीट के बाद बहस छिड़ गई थी। ट्विटर पर एक धड़ा सोनू के ट्वीट्स का विरोध कर रहा था। उसका कहना था कि सोनू जान-बूझकर धार्मिक असहिष्‍णुता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। शिवम विज ने लिखा था कि ‘दुर्भाग्‍यपूर्ण है कि हमने सोनू निगम को आज वह दे दिया जो उन्‍हें चाहिए, अटेंशन।’ सदफ सईद ने कहा था, ”इसके सिर्फ दो परिणाम हो सकते हैं, या तो हम सोनू निगम के भतीजे को ढूंढ लेंगे या सोनू जल्‍द राजनीति ज्‍वाइन कर लेंगे।’ सोनू के ट्वीट पर बॉलीवुड की मशहूर म्यूजिक कंपोजर जोड़ी साजिद-वाजिद ने नाराजगी जताई थी। साजिद खान ने इंडिया टुडे से कहा था- जब लोग ज्यादा ड्रग्स ले लेते हैं तो उन्हें कोई भी आवाज पसंद नहीं आती।

सोनू के बयान का लोगों ने समर्थन भी किया था। कुछ यूजर्स ने अदालत के फैसले का हवाला भी दिया था। सोनम महाजन ने लिखा था, ”मैं सोनू निगम से सहमत हूं, धर्म एक निजी मसला है और उसे दूसरों पर थोपा नहीं जाना चाहिए।” मानक गुप्‍ता ने लिखा था, ”कुछ लोग सोनू का सिर्फ एक ट्वीट दिखा कर उन्‍हें एंटी-मुस्लिम साबित कर रहे हैं। अपनी दुकान चलानी है बस।” नेहा ने कहा था, ”लाउडस्‍पीकर का टॉर्चर बंद होना चाहिए। धर्म एक निजी मामला है तो इसे वैसे ही रहने देना चाहिए।”