नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी जन-धन बैंक अकाउंट स्कीम छत्तीसगढ़ में दम तोड़ती नजर आ रही है. दरअसल, इन इलाकों में कई लोगों ने तो आसानी से जन-धन बैंक अकाउंट खुलवा लिए, लेकिन केवाईसी फॉर्म सबमिट नहीं करने पर इनमें से कई अकाउंट बंद कर दिए गए हैं.

प्रदेश के कोटा नगर सहित कई ग्रामीण इलाकों में लगभग 7500 बैंक खाते बंद कर दिए गए हैं, जिससे आम आदमियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस बारे में कोटा स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर ने बतलाया कि के.वाई.सी. (नो योर कस्टमर) फॉर्म ना भरने कि वजह से ये बैंक खाते बंद किए जा रहे हैं.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की गाइडलाइन के आधार पर उनसे पूछा गया कि बैंक खाता खोलते समय इस दिशा-निर्देश के बारे में क्यों नहीं बतलाया गया, उन्होंने कहा कि उस वक्त जीरो बैलेंस पर अकाउंट खुल जाता था.

ऐसे में कई लोगों ने अपने बैंक अकाउंट तो खुलवा लिए, लेकिन बाद में गाइडलाइन जारी होने के बावजूद केवाईसी फॉर्म नहीं भरे. इसी वजह से इन लोगों के बैंक अकाउंट बंद कर दिए गए.
हालांकि, बैंक के इस फैसले ने आम जनता की परेशानी जरूर बढ़ा दी है. खासकर उन लोगों की, जिसने मनरेगा, पेंशन और एलपीजी सब्सिडी के लिए यही बैंक अकाउंट नंबर दिए होंगे. इसको लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है.