डीएम-एसपी के मनाने पर बैरक में लौटे कैदी, उपद्रव पर जेलर नपे

फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की जिला जेल में कैदियों और बंदी रक्षकों के बीच खूनी झड़प हुई है. इसके बाद जेलर डीपी सिंह को डीएम ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. डीएम-एसपी ने कैदियों से बात की और उन्हें समझाया. जिसके बाद कैदी जेल की छत से उतरकर अपनी बैरक में वापस लौट गए.
इससे पहले इस झड़प के दौरान बंदियों ने बंदी रक्षकों और जेल अधिकारियों पर भी जमकर पथराव किया. इसमें सीडीओ फर्रुखाबाद बुरी तरह घायल हो गए. पथराव में जेल अधीक्षक भी घायल हो गए. दोनों को जिला अस्पताल रेफर किया गया. वहीं कैदियों ने जेल पर कब्जा कर लिया और जेल के गेट नंबर 2 को आग के हवाले कर दिया. जिससे पुलिस अंदर ना आ सके.

राजेपुर क्षेत्र के कैदी अतुल धारा 302 और 376 का मुल्जिम है. काफी दिनों से जेल के अस्पताल में भर्ती था. जेल के डॉक्टर नीरज कुमार ने शनिवार को तबीयत सही होने के कारण डिस्चार्ज कर दिया. अतुल इसका विरोध कर रहा था. उसी को लेकर विवाद शुरू हुआ. और विवाद इतना बढ़ा कि कैदी अतुल ने सिपाही से मारपीट कर दी. इसके बाद जब जेलप्रशासन ने सख्ती की तो कैदी एकजुट हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. कैदिया ने जेल के गेट नंबर 2 को आग के हवाले कर दिया. जिससे पुलिस जेल के अंदर न घुस सके.

घंटों पुलिस को कैदियों ने अंदर नहीं आने दिया. जब जेल प्रशासन जैसे-तैसे अंदर घुसा तो कैदियों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया. जेल अधीक्षक आर के शर्मा, बंदी रक्षक संतोष और मुख्य विकास अधिकारी के पत्थर लगने से घायल हो गए. इनको राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं कैदी राजेश टावर पर चढ़ गया था. वहां से गिरने की वजह से वो भी घायल हो गया.

कैदियों ने पूरी तरह जेल पर कब्जा कर लिया. जब पत्थरबाजी हो रही थी तब कुछ कैदियों के पास फोन भी दिखाई दिए जिनसे वो पुलिस पर पथराव की रिकॉर्डिंग कर रहे थे. पत्थर दोनों तरफ से चल रहे थे. कैदियों के पत्थर टूटी हुई बैरिक से मिल रहे थे. अभी भी पुलिस और जेल प्रशासन और कैदियों के बीच संघर्ष जारी है. जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.

बता दें, चुनाव के दौरान भी जेल में चेकिंग की गई थी तब भी कैदियों के पास से फोन और उनके चार्जर मिले थे.