नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य सचिव को आदेश दिया है कि दिल्ली में जितने भी होर्डिंग, डिस्प्ले, बैनर आदि पर 'आम' शब्द लिखा है उसको हटाएं या कवर करें. दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाले ऐसे होर्डिंग/नेम प्लेट/बैनर आदि को हटाकर/ढंककर 48 घंटे के भीतर चुनाव आयोग को रिपोर्ट करें. दरअसल- बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने आपत्ति जताई थी कि दिल्ली सरकार की योजना आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक, आम आदमी बायपास एक्सप्रेस सर्विस आदि से 'आम आदमी' शब्द हटाया जाए क्योंकि इससे आम आदमी पार्टी का प्रचार हो रहा है और दिल्ली में इस समय दिल्ली नगर निगम चुनाव के चलते 'आदर्श आचार संहिता' लागू है जिसका उल्लंघन हो रहा है इसलिये इन सभी से 'आम आदमी' को ठीक उसी तरह हटाया जाए जैसे 2012 में यूपी चुनाव में 'हाथी' ढंके गए थे क्योंकि वह बसपा का चुनाव चिन्ह था और 2017 में समाजवादी एम्बुलेंस सेवा से 'समाजवादी' शब्द हटाया गया क्योंकि इससे समाजवादी पार्टी का प्रचार होता था.

दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने दिल्ली स्वास्थ्य सेवा के लिए आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक, आम आदमी पालीक्लिनिक जबकि परिवहन सेवा आम आदमी बायपास एक्सप्रेस सर्विस चलाई हुई हैं. अब बीजेपी की आपत्ति के बाद चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य सचिव समेत तीनों नगर निगम के आयुक्तों को हुक्म की तामील 48 घंटों के भीतर करने के आदेश दिए हैं.

गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव की 272 सीटों के लिए आम आदमी पार्टी 261 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है. ऐसे उनका प्रचार अभियान जोरों पर है. आम आदमी पार्टी प्रोजेक्टर के जरिए रोजाना अरविंद केजरीवाल के संदेश का करीब 2700 शो दिल्ली भर में कर रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का संदेश दिल्ली की हर गली, नुक्कड़ और चौराहे के लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. हर कोने में आप के मुखिया का खुद पहुंचना तो मुमकिन नहीं लिहाजा तकनीक के दम पर उनका रिकॉर्डेड संदेश का शो प्रोजेक्टर के जरिए हर वार्ड में चलाया जा रहा है जिसमें अरविंद केजरीवाल कांग्रेस और बीजेपी मुक्त दिल्ली की बात कर रहे हैं. साथ ही दिल्ली में किए गए अपने काम का ब्योरा दे रहे हैं – मोहल्ले की साफ सफाई से आप खुश हैं? दिल्ली की सफाई से आप खुश हैं? चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा है. मुझे तो शर्म आती है दिल्ली को देश की राजधानी कहने में.

आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे के मुताबिक – हर वार्ड में कम से कम तीन प्रोजेक्टर शो और हर दिन हर वार्ड 10 शो चल रहे हैं. इस हिसाब से अगर देखा जाए तो मसलन 2700 शो हर दिन दिल्ली के अंदर हो रहे हैं. करीब आधे घंटे का यह शो शाम 7 से 10 बजे के बीच कहीं ई रिक्शा में तो कहीं गाड़ी के पीछे रखे प्रोजेक्टर के जरिए घूम घूमकर लोगों के बीच पहुंच रहा है.