रांची: भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच 4 टेस्‍ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल के शतकों के सहारे कंगारू टीम फिलहाल मजबूत स्थिति में है. हालांकि लोकेश राहुल और मुरली विजय ने टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दिलाई और पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़े. टीम इंडिया की ओर से ओपनरों की यह सीरीज में पहली फिफ्टी पार्टनरशिप भी रही. पहली बार टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहे रांची के जेएससीए स्टेडियम में मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 451 रन पर ऑलआउट हो गई. उसकी ओर से स्टीव स्मिथ 178 रन पर नाबाद रहे, वहीं ग्लेन मैक्सवेल ने 104 रन ठोके. दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने एक विकेट पर 120 रन बना लिए. मुरली विजय (42) और चेतेश्वर पुजारा (10) नाबाद लौटे. भारत अभी 331 रन पीछे है. लोकेश राहुल ने सीरीज में चौथी फिफ्टी बनाई और 67 रन बनाकर आउट हुए. पैट कमिन्स ने भारत का एकमात्र विकेट लिया. टीम इंडिया की ओर से रवींद्र जडेजा ने पांच विकेट लिए, तो उमेश यादव ने तीन विकेट और आर अश्विन ने एक विकेट झटका, जबकि एक खिलाड़ी रनआउट हुआ.

स्टीव स्मिथ कप्तान के रूप में भारतीय धरती पर एक टेस्ट पारी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने के मामले में पांचवें नंबर पर पहुंच गए हैं. रांची में वह 178 रन पर नाबाद रहे. उनसे ऊपर वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड (242*, मुंबई, 1975), इंग्लैंड के एलिस्टर कुक (190 रन, कोलकाता, 2012), विंडीज के एल्विन कालीचरण (187 रन, मुंबई, 1978) और पाकिस्तान के इंजमाम उल हक (184 रन, बेंगलुरू, 2005) हैं.

अंतिम सत्र में मुरली विजय और लोकेश राहुल ने भारतीय पारी को मजबूती देने की कोशिश की और दोनों इसमें सफल भी रहे. विजय-राहुल ने संभलकर खेलते हुए सीरीज की पहली अर्द्धशतकीय पार्टनरशिप पूरी की. वास्तव में टीम इंडिया की ओर से इस सीरीज में सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप 39 रन की थी, जो अभिनव मुकुंद ने राहुल के साथ बेंगलुरू में की थी. राहुल ने 69 गेंदों में सीरीज की चौथी और करियर की पांचवीं फिफ्टी पूरी की. इसमें उन्होंने 8 चौके लगाए. सत्र के पहले घंटे में इंडिया ने कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 80 रन बना लिए. इसके बाद राहुल को पैट कमिन्स ने 67 रन पर कीपर मैथ्यू वेड के हाथों कैच करा दिया.