मृत्युंजय दीक्षित

नोटबंदी के ऐतिहासिक फैसले के बाद उप्र के विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिये सबसे अहम होने जा रहे हैं यही कारण है कि भाजपा व संघ परिवार ने यूपी का चुनाव जीतने के लिये अपनी सारी ताकत अब झोक दी है। उप्र में भाजपा के सहयोगी दलों के साथ कुल मिलाकर 73 सांसद हैं यह चुनाव इन सभी सांसदों के लिये भी एक बेहद महतवपूर्ण अग्निपरीक्षा से कम नहीं होने जा रहे हैं। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों के लिए कम से कम तीन विधायक जिताने का टारगेट रखा है। यही टारगेट उन्हें 2019 मेंं दुबारा टिकट दिलवाने में भी मदद करेगा। यही कारण है कि अब पीएम मोदी सहित भाजपा के सभी स्टार प्रचारक अपने लोककल्याण संकल्प पत्र के साथ ध्ुआंधार प्रचार में जुट गये हैं तथा उसमें भारी भीड़ भी आकर्षित हो रही है। अपनी रैलियों में पीएम मोदी लगातार हमलावार व बेहद आक्रामक होते जा रहे हैं। पीएम मोदीने मेरठ और अलीगढ़ में जो तवर अपनाये वे बेहद तीखे थे जिन्हें विरोधी दल असभ्य व असत्य बता रहे हैं। एक ओर जहां पीएम मोदी स्कैम के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं वहीं शेष सभी अपने परिवार के स्कैम व उनकी राजनीति को बचाने के लिये संघर्ष कर रहे हैं।

वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व अन्य बड़े स्टार भी हमलावर हो गये हैं। मेरठ में अपनी चुनावी रैली में पीएम मोदी ने स्कैम का मतलब समझाते हुए कहाकि एस से समाजवादी,सी से कांग्रेस व ए से अखिलेश और एम से मायावती। पीएम मोदी अपनी रैलियों में प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार , अराजकता व गुंडागर्दी सहित सपा सरकार की तमाम नाकामियों पर हमला बोल रहे हैं तो सांसद योगी आदित्यनाथ भी अपने चिर- परिचत अंदाज में राममंदिर से लेकर लव जेहाद और सरकार बनने के बाद सपा के सभी गुंडों को जेल के अंदर करने की बात कहकर तालियां व भीड़ बटोर रहे हैं।

मेरठ में पीएम मोदी ने अपनी गर्जना में कहा कि 1857 में इस धरती से अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फेंका गया था अब गरीबी से मुक्ति , भ्रष्ट ताकतों के खिलाफ, माफिया, अवैध कब्जेदारों के खिलाफ बिगुल फूंका जा रहा हैं। यह पहली बार ऐसा हो रहा है कि जब किसी एक दल के नेता स्वयं देश के पीएम हर प्रकार के भ्रष्टाचार व गुंडागर्दी के खिलाफ महाअभियान छेड़ने की बात कह रहे हैं। वह यह भी कह रहे हैं कि जब मैंने कालेधन व आर्थिक अपराधियों के खिलाफ मुहिम छेड़ी और कड़े कानून बनाने का काम चालू किया तो जो लोग कभी एक दूसरे गालियां दें रहे थे वही अब उन्हें रोकने के लिए गठबंधन कर रहे हैं। यह बात कुछ सीमा तक सही कही भी जा रही है। आमजनता के बीच यह कहा जाने लगा है कि सत्ता के लिए सभी मौसेरे भाई बन गये हैं। यहीं नही ं पीए मोदी तो अलीगढ़ऋ में भी नहीं रूके और पूरी ताकत के साथ यहां तक कह डाला है कि इस बार यूपी में भाजपा की आंधी बहुत तेज चल रही है तथा परिवर्तन की इस आंधी में अपने अस्तिव को बचाने के लिये मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तिनके का सहारा ले रहे हैं लेकिन इस बार उन्हें कोई नहीं बचा पायेगा। यह कही जरूरत से ज्यादा आत्मविश्वास को भी दर्शा रहा हैं ।

अभी तक सत्ता पाने के लालायित हो रहे गठबंधन या अन्य दल महिला अत्याचारांं को मुददा नहीं बना रहे हैं लेकिन भाजपा की महिला स्टार प्रचारकों ने महिला सुरक्षा व अस्मिता को मुददा बना लिया है तथा उसमें वह सफल भी हो रही हैं। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करे के लिए बड़े वायदे भी किये हैं जिसमें एंटीरोमियो दल बनाने की बात कही गयी है।

भाजपा अपनी रैलियों में संकल्प पत्र का उल्लेख तो कर रही हे लेकिन सबसे अधिक बातें सर्जिकल स्ट्राइक , वन रैंक वन पेंशन आदि चीजों को लेकर भी हो रही हैं। पीएम मोदी अपने भाषणों में केंद्र सरकार की तमाम उपलब्धियों को गिना रहे हैं तथा उन पर वोट मांग रहे हैं। यदि भाजपा किसी न किसी प्रकार से यूपी जीतने में कामयाब हो जाती है तो यह केंद्र की नीतियों पर जबर्दस्त मुहर भी मानी जायेगी। सबसे बड़ी बात यह होगी कि नोटबंदी पर जनता की मुहर लग जायेगी और केंद्र व भाजपा संतोष की सांस ले सकेंगी। भाजपा अपने संकल्प पत्र में एंटी भू – माफिया टास्क फोर्स ,एंटी पलायन विभाग बनाने की बात कह रही हैं वहीं दसूरी ओर युवाओं के लिए भी लोेकुभावन बातें रखी गयी हैं जिसमें उन्हें लैपटाप सें लेकर एक जीबी डेटा फ्री देने की बात कही जा रही है। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में केंद्र सरकार की तमाम योजनाआें को उप्र में अक्षरशः लागू करने की बात कही है। अपनी रैलियों में भाजपा कह भी रही है कि केंद्र सरकार ने तमाम योजनाओं के लिए भारी भरकम धनराशि आवंटित की है लेकिन राज्य सरकार उस धनराशि को खर्च ही नही कर पायी है। अब देखना यह है कि प्रदेश में परिवर्तन की जो आंधी चल रही है वह किस -किस को उड़ाकर ले जायेगी या नहीं भी।
वहीं आम जनमानस का मानना है कि कुछ जगहों पर भाजपा ने गलत उम्मीदवारों को टिकट दे दिया हे जिन पर बड़ा चर्चा हो रही है कहीं पर बगावती स्वर बुलंदहै। भाजपा को इन सब चीजों से भी पार पाना है। सबसे बड़ी बात यह हुयी है कि कांग्रेस के सबसे बड़े बुजुर्ग व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने भी अपना समर्थन दे दिया है तथा अपनी एक सीडी भी जारी कर दी है। कहा जा रहा है कि भाजपा अब उनके कद और उनके वोट बैंक का अपने हित में उपयोग करेगी। उत्तराखंड की राजनीति में आज भी एनडी तिवारी की एक हैसियत मानी जाती है। लेकिन सत्ता प्राप्ति में वे कितने सहायक होंगे यह देखने वाली बात होगी।