नई दिल्ली। बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवान के बाद अब सेना के जवान ने भी शोषण के खिलाफ आवाज उठाई है। सेना के जवान यज्ञ प्रताप ने सेना के अधिकारियों पर शोषण का आरोप लगाया है। लांस नायक यज्ञ प्रताप का कहना है कि उसने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से शिकायत करने के बाद उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।

लांस नायक यज्ञ प्रताप ने बताया कि मैं सेना में 15 साल से नौकरी कर रहा हूं। लेकिन अधिकारियों द्वारा जवानों का शोषण किस तरह किया जाता है, मैंने देखा है। लेकिन कभी हिम्मत नहीं जुटा पाया क्योंकि सारी शक्ति अधिकारियों के हाथ में होती है। अगर मैं कुछ करता हूं तो मुझे ऊपर ही अधिकारी कार्रवाई कर सकते हैं।

यज्ञ प्रताप ने कहा कि सेना में अधिकारी द्वारा जवानों के शोषण किया जाता है, जैसे घर का काम, अधिकारियों के जूते पॉलिस करना, मैम साहब के साथ किचन का काम करना, अधिकारियों के बच्चे को स्कूल छोड़कर आना जैसे कई काम जवानों को करने पड़ते हैं जो एक जवान को कभी अच्छे नहीं लगते हैं। लेकिन मजबूरी में करने पड़ते हैं। इसकी शिकायत को लेकर पीएम, राष्ट्रपति और मानव आयोग को भी खत लिखा। लेकिन कहीं से कोई जवाब नहीं मिला। मुझे मानव आयोग से लैटर का जवाब आया कि ये डिफेंस का मामला है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।

अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ अच्छा सलूक नहीं होने की एक और खबर सामने आने के बीच सरकार ने कहा कि वह ऐसे सभी घटनाक्रमों को गंभीरता से ले रही है। जवानों और उनके भोजन को लेकर स्थिति में सुधार के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि कई चीजें प्रकाश में आई हैं और हम उन्हें गंभीरता से ले रहे हैं। हम इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं घटें।