सिसोदिया के बयान पर अरविंद केजरीवाल की सफ़ाई

नई दिल्ली: पंजाब विधानसभा चुनाव में दमखम दिखाने उतरी आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया और उनके इस बयान के बाद पंजाब की राजनीति में काफी हलचल शुरू हो गई है.

इस मसले पर बढ़ते विवाद के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया कि वह दिल्ली छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं. वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और यहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि मैं पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता हूं. मैं दिल्ली के लोगों के लिए समर्पित हूं. दिल्ली के लोगों ने मुझे वोट दिया है.

एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के वोटरों से कहा, आप जब भी वोट डालने जाएं मेरा चेहरा याद रखना. उन्होंने कहा कि यह मेरी जिम्मेदारी है कि एक एक वादा पूरा हो.

बता दें कि सोमवार को चंडीगढ़ के मोहाली में चुनावी जनसभा में कहा कि पंजाब के मतदाता ये मानकर वोट करें कि अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना है. सिसोदिया ने दावा किया कि पंजाब में 'आप' की धूम मची हुई है और यहां के लोग क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं.

सिसोदिया ने आगे कहा था कि पंजाब के लोग अपने आपको ऐसी सरकार देने वाले हैं जो राज्य को भ्रष्टाचार और नशे से मुक्त बनाएगी. आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब चुनावों के लिए अपने सभी उम्मीदवारों की सूची घोषित कर दी है और टिकट बांटने की प्रक्रिया संपन्न कर ली. लोक इंसाफ पार्टी के साथ गठबंधन करके 'आप' पंजाब में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही है.

इसके जवाब में दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने कहा कि घटनाक्रम ने केजरीवाल की सत्ता के प्रति ‘लालच’ को उजागर कर दिया है. तिवारी ने कहा, दुर्भाग्य है कि एक आदमी जिसने दिल्ली नहीं छोड़ने का वादा किया था वह अब पंजाब के लोगों को धोखा देने के लिए दो साल में ही दिल्ली की जिम्मेदारी से भाग रहा है.