डिजिटल भुगतान के लिए नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा बनाई गई एप BHIM को केंद्र सरकार खूब प्रमोट कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा 30 दिसंबर, 2016 को भव्‍य समारोह में एप की लॉन्चिंग के बाद लोगों ने हाथों-हाथ लिया। लॉन्‍च होने के महज 10 दिनों के भीतर BHIM एप को गूगल प्‍ले स्‍टोर पर 1 करोड़ से ज्‍यादा बार डाउनलोड किया गया था। इस उपलब्धि पर खुद पीएम मोदी ने कहा था, “जानकर प्रसन्नता हुई कि 10 दिनों के भीतर भीम ऐप को 1 करोड़ स्मार्टफोन में डाउनलोड किया गया। भीम एप ने डिजिटल लेनदेन को तेज और आसान कर दिया है, जिसके कारण यह युवाओं के बीच लोकप्रिय हो गया है। यह ऐप व्यापारियों के लिए भी लाभकारी है।” उन्होंने कहा, “भीम एप मेक इन इंडिया तथा भ्रष्टाचार व काले धन की समस्या को खत्म करने में प्रौद्योगिकी किस प्रकार सहायक है, इसका एक बढ़िया उदाहरण है।” अब सरकार डिजिटल लेन-देन के लिए BHIM एप डाउनलोड करने हेतु लोगों को प्रोत्‍साहित करने के लिए बल्‍क में SMS भेज रही है।

सरकार द्वारा भेजे गए इस संदेश में कहा गया है ‘गो कैशलेस। डिजिटल पेमेंट्स- BHIM, यूपीआई, मोबाइल वॉलेट, डेबिट कार्ड पर मदद के लिए 14444 डायल करें या फिर यूएसएसडी (*99#)” इस नंबर पर कॉल करने पर भीम एप सेलेक्‍ट करने पर मोबाइल पर एक एसएमएस भेजा जाता है जिसमें BHIM एप डाउनलोड करने का लिंक होता है। सरकार को उम्‍मीद है कि उसके संदेश से लोग ज्‍यादा से ज्‍यादा डिजिटल लेन-देन की तरफ अग्रसर होंगे। इसी बहाने कई लोग BHIM एप डाउनलोड करेंगे, जिसे डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था के प्रति लोगों की स्‍वीकार्यता के तौर पर प्र‍दर्शित किया जा सकता है।

मोदी सरकार ने डिजिटल लेन-देन में ग्राहकों के सवालों के जवाब देने, समस्याओं के निराकरण के लिए हेल्पलाइन सर्विस (14444 टोल फ्री ) शुरू की थी। इस हेल्पलाइन के जरिए भीम (BHIM) सहित विभिन्न पेमेंट प्लेटफॉर्म, ई-वॉलेट, यूपीआई बेस्ट सिस्टम और यूएसएसडी से जुड़े समस्याओं का समाधान प्राप्त किया जा सकता है। फिलहाल यह सर्विस हिंदी और इंग्लिश दो भाषाओं मे उपलब्ध है। आगे चलकर इसे सभी भारतीय भाषाओं में शुरू किया जाएगा। उद्योग संगठन नासकॉम, दूरसंचार कंपनियों व नीति आयोग ने इसके लिए हाथ मिलाया है।