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एक्सप्रेस-वे से विकास को मिलेगी रफ्तार: अखिलेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सड़कों से विकास को गति मिलती है और यह प्रक्रिया सड़कों के निर्माण के साथ ही शुरू हो जाती है। उन्होंने भरोसा जताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से पूरे प्रदेश को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के माध्यम से प्रदेश की राजधानी लखनऊ, देश की राजधानी दिल्ली से सीधे जुड़ गई है, इससे यात्रा के समय में काफी बचत होगी। एक्सप्रेस-वे को 23 माह के रिकाॅर्ड समय में तैयार करने पर उन्होंने अधिकारियों एवं निर्माण कार्य में लगी कम्पनियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कम समय में निर्माण के साथ-साथ इसकी गुणवत्ता भी उच्च कोटि की है। उन्होंने एक्सप्रेस-वे पर बनाई गई हवाई पट्टी का उल्लेख करते हुए कहा कि यह जगह देश के इतिहास में हमेशा चिन्ह्ति रहेगी। इसीलिए भारतीय वायु सेना ने इसे वैकल्पिक हवाई पट्टी के रूप में भी चुना है, जिससे आपात परिस्थितियों में भारतीय वायु सेना को अपने फाइटर प्लेन उड़ाने में मदद मिलेगी।

मुख्यमंत्री आज उन्नाव जनपद के खम्बौली (बांगरमऊ) में देश के सबसे लम्बे 06 लेन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण अवसर पर बोल रहे थे। पूर्व रक्षा मंत्री एवं सांसद श्री मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को जनता को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना का उल्लेख घोषणा पत्र में भी था। एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव और सांसद व पूर्व रक्षा मंत्री श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिलान्यास के समय नेताजी ने एक्सप्रेस-वे को 22 माह में बनाने की बात कही थी, जिसे प्रदेश सरकार ने पूरा कर दिखाया। समाजवादी सरकार द्वारा कम से कम समय में देश के सबसे लम्बे एक्सप्रेस-वे को बनाकर उन लोगों को करारा जवाब दिया गया है, जो परियोजनाओं को निर्धारित समय में पूरा कराने में प्रदेश की कार्य क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाते थे।

श्री यादव ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे देश के लिए एक उदाहरण है। यह इस बात का भी जवाब है कि उत्तर प्रदेश एक पिछड़ा प्रदेश है। यह विकास में मदद करेेगा और लोगों को सुविधा मिलेगी। सड़कें विकास का आधार हैं। इस एक्सप्रेस-वे से विकास की रफ्तार बढ़ेगी। एक्सप्रेस-वे से जुड़े शहरों और गांवों की दूरियां भी कम होंगी। उन्होंने आम जनता के लिए एक्सप्रेस-वे के खुलने पर लोगों से अपने वाहनों की रफ्तार कम रखने की अपील करते हुए कहा कि अच्छी सड़क पर दुर्घटना की सम्भावना भी बढ़ जाती है, क्योंकि वाहन चालक गाड़ी की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं रख पाते।

वर्तमान राज्य सरकार द्वारा किए गए तमाम विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा जिस पैमाने पर कार्य किए गए हैं, यह अन्य राज्य सरकारों के लिए एक उदाहरण है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से यातायात तो सुगम होगा ही, इसके साथ विकसित हो रही मण्डियों से सीधे किसानों को लाभ भी होगा। जी0टी0 रोड का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार इस सड़क के साथ-साथ उद्योग धंधों का विकास हुआ था, उसी तरह से आने वाले समय में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे प्रदेश का विकास इंजन बनेगा। इसके साथ तमाम उद्योग धंधे स्थापित होंगे, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ-साथ रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

श्री यादव ने कहा कि एक्सप्रेस-वे बनाने का कार्य यहीं समाप्त नहीं होने जा रहा है, बल्कि दोबारा सत्ता में आने के बाद लखनऊ से बलिया तक बनने वाले समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भी रिकाॅर्ड समय में बनाकर राज्य के पूर्वांचल क्षेत्र को तरक्की का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके लिए 40 प्रतिशत जमीन अधिग्रहीत की जा चुकी है। समाजवादी सरकार ने केवल आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को ही रिकाॅर्ड समय में बनाने का काम नहीं किया है, बल्कि लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण का काम भी बहुत कम समय में पूरा कर लिया गया है। आगामी 01 दिसम्बर को लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना का भी लोकार्पण किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा संचालित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि करीब 18 लाख छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप वितरित किए गए। देश की सबसे बड़ी ‘समाजवादी पेंशन योजना’ के माध्यम से 55 लाख गरीब परिवारों को आर्थिक मदद देने का काम किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार संतुलन बनाकर काम कर रही है। गांव और शहर दोनों का विकास हुआ है। सड़क, बिजली, पानी आदि मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए किए गए प्रयासों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जनता द्वारा अवसर प्रदान करने पर भविष्य में भी इसी तरह कार्य करते हुए नया रिकाॅर्ड बनाया जाएगा। विकास के मामले में समाजवादियों का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज़ इण्डिस्ट्रियल डेवलपमेण्ट अथाॅरिटी (यूपीडा) द्वारा कराया गया है। उन्होंने इस परियोजना को तेजी से पूरा कराने के लिए यूपीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रमुख सचिव नवनीत सहगल की सराहना करते हुए इस बात पर अफसोस जताया किया कि एक सड़क दुर्घटना में घायल होने की वजह से वे परियोजना के लोकार्पण के अवसर पर उपस्थित नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने श्री सहगल के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

श्री यादव ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को भारतीय वायु सेना द्वारा वैकल्पिक हवाई पट्टी के रूप में चयनित करने के लिए वायु सेना के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगी। ज्ञातव्य है कि इस हवाई पट्टी पर भारतीय वायु सना के लड़ाकू विमानों को उतारने के लिए 3.3 कि0मी0 लम्बी हवाई पट्टी भी बनायी गयी है। उन्होंने 20 नवम्बर को कानपुर के पास हुए रेल हादसे के फलस्वरूप बड़ी संख्या में हताहत यात्रियों पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार घायलों के इलाज के लिए पूरा सहयोग प्रदान कर रही है।

इस मौके पर सांसद एवं पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शुरुआत में इस परियोजना का कार्य 04 वर्ष में पूरा किया जाना था, लेकिन उनके कहने पर राज्य सरकार ने इस परियोजना को 02 साल से भी कम समय में बनाकर प्रशंसनीय कार्य किया है। उन्होंने प्रदेश के अधिकारियों की कार्य क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि आजादी के बाद प्रदेश में सर्वाधिक सड़कों एवं पुलों का निर्माण समाजवादी सरकार के कार्यकाल में ही हुआ है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को देश की सबसे बेहतरीन सड़क बताते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार का एक्सप्रेस-वे देश में और कहीं नहीं है।

पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि जो लोग उत्तर प्रदेश को पिछड़ा राज्य बताते हैं, उन्हें यहां आकर राज्य सरकार द्वारा कराए गए कार्यों को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कई मामले में देश में सबसे आगे है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी और रोजगार को समाजवादी सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में प्रदेश में जितना काम किया है, इतना और कहीं नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों पर फोकस करने से ही प्रदेश व देश की तरक्की सम्भव है। पढ़ाई और दवाई मुफ्त है। हृदय और कैंसर जैसी बीमारियों के भी इलाज की व्यवस्था मुफ्त है।

श्री मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई (इटावा) में उपलब्ध कराई जा रही उपचार सुविधाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां आने वाले सभी मरीजों को उच्च गुणवत्ता के इलाज की सुविधा मिलती है। बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराए गए। पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर भर्तियां हुईं। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री श्री मोहम्मद आजम खां द्वारा रामपुर में स्थापित किए गए मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए कहा कि यहां की गुणवत्ता अलीगढ़ विश्वविद्यालय से भी बेहतर है।

इस अवसर पर विचार व्यक्त करने वालों में संसदीय कार्य मंत्री मोहम्मद आजम खां, सांसद राम गोपाल यादव, किरणमय नन्दा, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन तथा प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास रमा रमण भी थे।

बाद में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों द्वारा बेहतरीन हवाई करतब दिखाते हुए एक्सप्रेस-वे पर निर्मित एयर स्ट्रिप पर लड़ाकू विमान को उतारने एवं टेक आॅफ का कुशल एवं शानदार प्रदर्शन किया गया, जिसमें मेराज-2000 एवं सुखोई-30 विमान शामिल थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘मेकिंग आॅफ आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे’ काॅफी टेबल बुक का विमोचन किया। यूपीडा के अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने एयर स्ट्रिप के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस हवाई पट्टी के निर्माण से जहां देश की सुरक्षा को महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा, वहीं आपदा के समय राहत सामग्री पहुंचाने में भी मदद मिलेगी।

गौरतलब है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास 23 नवम्बर, 2014 को किया गया था। देश के सबसे लम्बे 06 लेन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को 23 माह में बनाकर तैयार कर दिया गया। इसमें 20,000 मजदूरों, 1500 कुशल मजदूरों, 1,000 इंजीनियरों ने 3,000 मशीनों के सहयोग से इस एक्सप्रेस-वे को इतने कम समय में तैयार किया। एडवांस टैªफिक मैनेजमेंट से लैस इस एक्सप्रेस-वे पर धुंध एवं कोहरे में टैªफिक संचालन में सहूलियत मिलेगी। परियोजना को पूरा करने के लिए 30,000 किसानों से समझौता करके 3500 हेक्टेयर भूमि मात्र 06 माह में प्राप्त की गई। 08 लेन तक बढ़ाए जाने की क्षमता वाले इस एक्सप्रेस-वे के पुल-पुलिया, अण्डरपास एवं अन्य स्ट्रक्चर 08 लेन को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। परियोजना को पूरा करने के लिए गंगा व यमुना नदी पर 08 लेन पुल के अलावा 04 रेलवे ओवर ब्रिज भी बनाए गए हैं। एक्सप्रेस-वे को दिल्ली-आगरा यमुना एक्सप्रेस-वे से लिंक किया गया है।

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