लखनऊ: धन की देवी लक्ष्मी कब किस पर मेहरबान हो जाएंगी, कहना काफी मुश्किल है. लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मेहमान को सही समय पर उनके आवास पहुंचाने वाले रिक्शाचालक पर साक्षात धन की देवी मेहरबान हो गईं हैं. मुख्यमंत्री ने रिक्शाचालक को न केवल नया रिक्शा, कुछ सौ रुपये दिए, बल्कि ई-रिक्शा व लोहिया आवास भी देने का वादा किया. रिक्शा चालक मनीराम ने कहा, 'लक्ष्मी जी सदा सहाय रहें और मुख्यमंत्री के लिए ढेरों दुआएं दीं.'

दरअसल, मोबाइल बैंकिंग के क्षेत्र में 'पेटीएम' का अभिनव प्रयोग करने वाले विजय शेखर शर्मा गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने उनके सरकारी आवास जा रहे थे. रास्ते में वह भारी जाम में फंस गए. ऐसा लगा कि वह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाएंगे. वह तत्काल गाड़ी से उतर गए. कुछ दूर पैदल चलने पर उन्हें लगा कि देर हो जाएगी, तब उन्होंने एक रिक्शा किया और उससे सीधे 5, कॉलीदास मार्ग पहुंच गए.

मुख्यमंत्री आवास पर रिक्शा से पहुंचे अजनबी को देखकर सुरक्षाकर्मी भी हतप्रभ थे, लेकिन जब उन्होंने अपना नाम बताया तो उन्हें रिक्शे के साथ ही अंदर प्रवेश मिल गया. फिर क्या था! मनीराम अचानक मुख्यमंत्री तक पहुंच गया.

इस बात की जानकारी मिलने पर बाहर निकले अखिलेश यादव ने रिक्शा चालक से सवाल किया कहां आ गए हो? वह क्षेत्रीय भाषा में बोला, 'ई साहब लइ कै आएं हैं.' उसने अपना नाम मनीराम बताया और कहा कि वह कालिदास मार्ग पर रात में रहता है. रिक्शे पर ही सोता है.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के जंगलाट गांव के निवासी व अनुसूचित जाति के मनीराम ने बताया कि उसने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि मार्टिनपुरवा के किसी व्यक्ति से 40 रुपये प्रतिदिन के किराये पर उसने रिक्शा ले रखा है. बात करते-करते मनीराम रिक्शे पर सवार हो गया और मुड़कर जाने लगा, तब मुख्यमंत्री ने उसे रोका और सचिव प्रांजल यादव को उसे नया रिक्शा दिलाने को कहा.

मुख्यमंत्री ने उसके बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने व लोहिया आवास आवंटित करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री के सचिव प्रांजल यादव के मुताबिक, मनीराम को ई-रिक्शा उपलब्ध करा दिया जाएगा. रिक्शा चालकों को ठहरने के लिए रैन बसेरा बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा.