नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी यादव परिवार में मचे राजनीतिक घमासान और उठापठक के बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने चुनावों से पहले अलग-अलग राजनीतिक दलों के साथ बातचीत कर गठजोड़ या समझौते की संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है.

ख़बर है कि मुलायम की इस रणनीति के तहत पार्टी ने राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजित सिंह और जनता दल युनाइटेड के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और देवेगौड़ा जैसे नेताओं के साथ संपर्क साध रहे हैं. शिवपाल बुधवार देर रात तक दिल्ली में थे, फिर किसी ज़रूरी काम से रात ही लखनऊ चले गए. लेकिन आज फिर उनके सुबह ग्यारह बजे बाद दिल्ली लौटने की खबर है और दिल्ली पहुंच कर वह इन नेताओं को 5 नवंबर को होने वाली समाजावादी पार्टी की स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण देंगे. (शिवपाल ने रजत जयंती कार्यक्रम के लिए जदयू नेताओं को भेजा न्योता)

सूत्रों के मुताबिक मुलामय की कोशिश इस बहाने यूपी चुनावों में बिहार के तर्ज़ पर एक महागठबंधन बनाने की है, जिसमें आरएलडी, जेडीयू और दूसरे दलों को शामिल करने की कोशिश की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक अजित सिंह की तरफ से भी समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर साकारात्मक संकेत दिए जा रहे हैं.

हालांकि चुनावी जीत के लिए समाजवादी पार्टी की ओर से की जा रही तमाम कोशिशों के बावजूद घर का झगड़ा ख़त्म होता नहीं दिख रहा है. दिल्ली में शिवपाल ने एक बार फिर कहा कि अखिलेश को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश को नेता जी को खुश रखना चाहिए. वहीं 3 नवंबर को होने वाली रथ यात्रा में जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंन कहा कि अखिलेश बुलाएंगे तो वो ज़रूर जाएंगे.