हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रही है। ओवैसी ने कहा कि बीजेपी ध्रुवीकरण के अपने मूल एजेंडे पर लौट रही है क्योंकि उसके पास कोई सकारात्मक एजेंडा और नीतियां तथा कार्यक्रम नहीं हैं।

हैदराबाद से लोकसभा के सदस्य ओवैसी ने कहा कि पिछले संसदीय चुनावों में 71 लोकसभा सीटें जीतने के बाद बीजेपी अब भी राम मंदिर के पुराने मुद्दे को बनाए रखना चाहती है और यह दिखाता है कि उनके पास उत्तर प्रदेश की जनता के पास जाने के लिए कोई सकारात्मक नीतियां और कार्यक्रम नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि बीजेपी असुरक्षित है और उसके पास उत्तर प्रदेश के विकास के लिए कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं है। साथ हीं यह अर्थव्यवस्था में नई जान डालने के उनके बड़े बड़े दावों को भी उजागर करता है। इसलिए वे ध्रुवीकरण के अपने मूल एजेंडे पर लौट आए हैं।

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि वे शासन में विफल रहे हैं। यह मूल रूप से उनकी आंतरिक समस्या है लेकिन वे अपने वादों को पूरा करने में पूरी तरह विफल रहे हैं। सपा सत्ता से बाहर होगी। वे उत्तर प्रदेश की मुख्य समस्याओं को सुलझाने के लिए चिंतित नहीं हैं। ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में कई स्थानों पर उन विधानसभा क्षेत्रों को चिह्नित करने की प्रक्रिया में हैं जहां से वह अपने उम्मीदवारों को खड़ा करेगी। उन्होंने पहले कहा था कि उनकी पार्टी चुनावी गठजोड़ के विचार से इत्तेफाक रखती है।