कॉर्बेट (रामनगर): कॉर्बेट पार्क के आसपास बसे गांव के लोगों के लिए आतंक का पर्याय रही नरभक्षी बाघिन का अंत हो गया. गुरुवार सुबह वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से बाघिन को ढेर कर दिया. वनकर्मियों ने बाघिन पर करीब 11 राउंड फायर किए. आदमखोर बाघिन के अंत से ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग ने राहत की सांस ली.

गौरतलब है कि रामनगर में कॉर्बेट पार्क से सटे गांवों में इस बाधिन का आतंक बना हुआ था. बाघिन पिछले पांच माह में दो लोगों को निवाला बना चुकी थी. बाघिन ने कईयों को घायल भी किया था. इसे पकड़ने के लिए वन विभाग ने हेलीकॉप्टर से सर्च अभियान भी चलाया था.

एक ओर जहां ग्रामीण ढोल पीटकर अपनी रक्षा करते रहे वहीं दूसरी ओर वन विभाग की टीम ने ड्रोन, हाथियों और शिकारी कुत्तों का भी प्रयोग किया गया. बुधवार रात वन विभाग को बाघिन के रामनगर के पास दिखने की सूचना मिली थी. इस पर वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई. आज सुबह बाघिन दिखाई दी. वन कर्मियों ने बाघिन पर फायर की, जिससे वह ढेर हो गई.

पिछ्ले 45 दिनों में बाघिन को मारने के लिए चलाए गए अभियान में एक करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. बाघिन का खौफ पर्यटकों पर भी समाया हुआ था. बच्चों ने कई दिनों से स्कूल जाना स्कूल बंद कर दिया था. शाम से लोग घरों में कैद हो जाने को मजबूर थे.