नई दिल्ली। पीओके में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस ने कहा है कि ये ऐसा पहला ऑपरेशन नहीं था। कांग्रेस सरकार में भी 2011 से 2014 के बीच तीन सर्जिकल स्ट्राइक किए गए थे। लेकिन कांग्रेस ने इसे सार्वजनिक नहीं किया था। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों पर हमले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार का आतंकवाद के खिलाफ हर कदम पर समर्थन किया। कांग्रेस को सेना में संपूर्ण विश्वास है।

सुरजेवाला ने कहा कि यह न पहला सर्जिकल स्ट्राइक था और न आखिरी। सर्जिकल स्ट्राइक समय-समय पर होती रही है। सुरजेवाला ने इससे पहले की गई तीन सर्जिकल स्ट्राइक का समय बताते हुए कहा कि 2011 के सितंबर, 2013 में 28 जुलाई और 2014 में 14 जनवरी को सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था, लेकिन उस समय की कांग्रेस सरकार ने इसे सार्वजनिक करना करना उचित नहीं समझा।

उन्होंने कहा कि डीजीएमओ के बयान पर सवाल नहीं खड़ा होता। हमें अपनी सेना पर और उसके बयान पर विश्वास है। भारत सरकार पाकिस्तान के बेबुनियाद प्रोपेगेंडा का पर्दाफाश करे। जो भी तथ्य हो, सुरक्षा के अनुरूप उसे सार्वजनिक करना चाहिए। कांगेस ने सरकार से अनुरोध किया कि वे शहादत का राजनैतिक इस्तेमाल न करे। उग्रवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने की सेना को आजादी दे।