हर्ष नागर, फिल्म इंडस्ट्री के उभरते हुए अभिनेताओं में से एक बेहद प्रतिभाशाली और होनहार अभिनेता हैं, यह अपने अभिनय के जरिये बॉलीवुड में कुछ बड़ा करने का सपना लेकर आये हैं। इनको किशोर नमित कपूर, अनुपम खेर और बैरी जोन्स द्वारा तैयार किया गया है और यह न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी से एक्टिंग कोर्स करके आये हैं। हर्ष नगर, रणबीर कपूर के साथ पेप्सी, सोनम कपूर के स्नीकर्स, पुलकित सम्राट के साथ UB फेयर, क्लोज-अप, आईसीआईसीआई बैंक, सैमसंग, होंडा आदि जैसे बड़े ब्रांडों के लिए 50 से अधिक विज्ञापनों में काम किया है। हर्ष,HBO प्रोडक्शन द्वारा बनायीं गयी एक फ्रेंच फिल्म- दी क्वीन में लीड एक्टर के रूप में भी काम कर चुके हैं , और अब यह अपनी आने वाली फिल्म “लव डे”, जो सितंबर में रिलीज होने जा रही है उसके साथ बॉलीवुड में भी अपने कदम जमाना चाहते हैं। तायक्वोंडो ब्लैक बेल्ट होने की वजह से हर्ष के शरीर में फ्लेक्सिब्लिटी है और यह एक अच्छे डांसर भी है। एक अच्छी पर्सनैलिटी और आकर्षित चेहरे के साथ, हर्ष, एक माध्यम आवाज वाले अभिनेता हैं और इनमे अच्छा अभिनय करने के सभी गुण हैं। इसके अलावा यह मुंबई विश्वविद्यालय से लॉ ग्रेजुएट हैं। यह लोगों की परेशानियां, दुःख और जीवन की कहानियों को सुनके उन्हें सलाह देना पसंद करते हैं। हर्ष नागर बहुत मेहनती और एक्टिंग को लेकर बहुत उत्साहित है और बी-टाउन के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक बनना चाहते हैं।
लव-डे
लव डे कॉमेडी व् ड्रामा के मिश्रण से भरपूर मूवी है जो की दोस्ती के सही या गलत रिश्ते को दर्शाने का प्रयास करेगी। लव डे के लेखक व् निर्देशक है हरीश कोटियान और संदीप चौधरी और इसके निर्माता है बलदेवसिंह बेदी। मूवी में मुख्या किरदारों की भूमिका में हर्ष नागर, एजाज खान और साहिल आनंद नजर आएंगे। यह फिल्म सभी शहरो के बड़े परदे पर 23 सितम्बर 2016 पर रिलीज की जायेगी।
लव डे की शूटिंग भारत के कई हिस्सो में की गयी है जैसे की देहरादून, मसूरी, दिल्ली, मुम्बई, शिमला। मूवी के गानो के प्रकार भी अलग अलग किस्म के है, कुछ पार्टी सांग है तो कोई आइटम सांग है, इसी के साथ शिमला की वादियो की खूबसूरती में गाये लव सांग भी है जिनमे मोहित चौहान, मीका सिंह जैसे दिग्गज संगीतकारों ने अपनी आवाज दी है।
लव डे तीन बचपन के दोस्तों की जिन्दगी से जुडी एक कहानी है जिसमे मोंटी(एजाज खान), सैंडी(साहिल आनंद), और हैरी (हर्ष नागर) आपको हस हस कर लोटपोट होने पर मजबूर कर देंगे। मोंटी की शरारत सेहैरान परेशान हैरी और सैंडी के माता पिता नहीं चाहते के उनके बच्चे मोंटी की सांगत में रहे और बिगड़े पर दोस्ती की है तो निभानी तो पड़ेगी ही और वो भी बचपन की। क्या हैरी और सैंडी को मोंटी के साथ दोस्तीभारी पड़ेगी या मोंटी फिर कोई नयी मुसीबत में अपने दोस्तों को फसायेगा? इस मूवी का मैसेज है की दोस्ती किसी मतलब से नहीं की जाती, दिल से निभाई जाती है।