लहसुन एक ऐसा मसाला या खाद्द सामग्री है जो हर भारतीय रसोईघर में आसानी से मिल जायेगा। लेकिन यह छोटा-सा लहसुन का फाँक सिर्फ खाने का जायका ही नहीं बढ़ाता है साथ ही इसके बहुत सारे औषधिय गुण भी हैं। यहाँ लहसुन के कुछ स्वास्थ्य संबंधी गुणों के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद ही सब लोगों को पता हो-
लहसुन के विशिष्टता के कारण-
• इसमें सल्फर यौगिक प्रचुर मात्रा में होने के कारण इसका स्वाद कड़वा होता है
• एलीसीन (Allicin) यौगिक होने के कारण यह एन्टी-बैक्टिरीअल (anti-bacterial), एन्टी-वायरल, एन्टी-फंगल और एन्टी-ऑक्सिडेंट गुण वाला होता है। इसलिए इसको काटकर, पीसकर या प्यूअरे बनाकर खाना अच्छा होता है।
• लहसुन में सेलेनियम (selenium) प्रचुर मात्रा में होता है।
• एलीसीन के साथ एजोइन(ajoene) और एलीन(allein) आदि यौगिक भी होते हैं जो लहसुन को और भी औषधिय रूप से प्रभावकारी बना देते हैं।
इन यौगिकों के कारण लहसुन बैक्टिरीअल और वायरल संक्रमण को रोकने में बहुत मदद करता है। यह फंगस, यीस्ट और कीड़ा से इन्फेक्शन को रोकने में मदद करता है।
लहसुन का एन्टीबैक्टिरीअल और एन्टीवायरल गुण त्वचा के संक्रमण से रक्षा करता है। इसमें जो एजोइन यौगिक होता है वह रींगवार्म से होने वाले फंगल इन्फेक्शन को रोकता है।
टिप: अगर आपको त्वचा पर कोई इन्फेक्शन हुआ है तो लहसुन को पीसकर उस जगह में लगाकर कुछ देर रखने के बाद पानी से धो लें।
एजोइन यौगिक रक्त का थक्का बनाने में मदद करता है। जिनको हृदय संबंधी बीमारी होती हैं और रक्त का थक्का बनने में देर होता है उनके लिए यह राम बाण का काम करता है।
टिप- रोज सुबह खाली पेट लहसुन का एक फाँक खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
एलीसीन यौगिक रक्त चाप को कम करने में बहुत मदद करता है।
टिप-
ब्लड-प्रेशर को कम करने के लिए रोज खाने में लहसुन को शामिल करें। या कच्चा लहसुन का फाँक भी खा सकते हैं।
धमनी कभी-कभी अपना लचीलापन खो देते हैं तब लहसुन उसको लचीला बनाने में बहत मदद करता है। फ्री ऑक्सिजन रैडिकल्स से हृदय की रक्षा करने में भी मदद करते हैं। सल्फर यौगिक रक्त-कोशिकाओं (blood vessels )को बंद होने से बचाता है।
लहुसन का एलिसिन रक्त के ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करता है, जो कोलस्ट्रोल को कम करने में सहायता करता है। यह धमनियों के प्लैक (plaque) के उत्पादन को भी कम करता है।
इसका एन्टी-आर्थ्रिटिक गुण एलर्जी से लड़ने में मदद करता है।
टिप- लहसुन का रस रैशेज और बग बाइट्स के खुजलाहट को कम करने में मदद करते हैं।
रोजाना खाने से बार-बार ज़ुकाम नहीं होता है। इसका एन्टीबैक्टिरीअल गुण गले के दर्द से राहत दिलाता है। बहुत दिनों के ब्रोंकाइटिस से भी राहत दिलाने में मदद करता है।
लहसुन खाने से शरीर में इन्सुलिन के स्तर को बढ़ाने के साथ-साथ ब्लड-शगुर को नियंत्रित करने में मदद करता है। आप मधुमेह (diabetic) रोगी हो तब भी यह काम करता है।
एलियल सल्फाइड (allyl sulphides) एन्टी-कैंसर का काम करता है।
लहुसन काम के उत्तेजना को बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि यह शरीर में रक्त के संचार लहसुन उन्नत करता है।
इसका एन्टीबैक्टिरीअल और दर्दनिवारक गुण दाँत के दर्द से राहत दिलाता है।
टिप- लहसुन का फाँक पीसकर दाँत के दर्द के जगह पर लगा दें।
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