तोरई सब्जी के रूप में हर जगह खाई जाती है, इसकी प्रकृति ठंडी व् तर होती है इसमे बहुत पोषक तत्व पाए जाते है जैसे – जिंक आयरन फास्फोरस और फाइबर आदि

तोरई के फायदे :-

दाद खाज और खुजली कई समस्या

दाद खाज और खुजली कई समस्या से अगर आप परेशान है तो तोरी के बीजो और पत्तो को पानी के साथ पीसकर इसका पेस्ट बनाये और इसका लेप त्वचा पर लगाए यह खुजली और दाद से तुरन्त राहत देती है इसके आलावा आप तोरी के इस पेस्ट को कुष्ठ रोगों पर भी लगा सकते है

पीलिया रोग से राहत पाने के लिए

यदि किसी कारणवंश पीलिया रोग हो जाये तो आप तोरी के फूल के रस की दो बुँदे रोगी के नक् में डाले इस उपाय से नाक से पिले रंग का पदार्थ बहार आ जाता है और पीलिया जल्दी ही ठीक हो जाता है

घुटनो के दर्द में आराम

तोरई के सेवन से घुटनो के दर्द में आराम मिलता है

बाल काले करने के लिए

तोरई के टुकड़ो को छाया में सुखाकर कूट ले इसके बाद इन टुकड़ो को नारियल के तेल में चार दिन तक डुबो कर रखे फिर इसे उबाले और छानकर बोतल में भर ले इस तेल से सर की मालिश करने से बाल काले हो जाते है

पेट के लिए

यह सब्जी अपने स्वास्थ्य सबंधी गुणों के कारण जानी जाती है तोरी को कब्ज के निवारण के लिए प्रभावी रूप से प्रयोग किया जाता है और इसका प्रयोग बवासीर से छुटकारा पाने के लिए भी किया जाता है यह पेट की कार्यप्रणाली पर अच्छा प्रभाव डालती है

आँखों के स्वास्थ्य और दृष्टि को बढ़ाने के लिए

यह शरीर के अंदर अनेक शारीरिक द्रव्यों की व्रद्धि और विकास कर स्वास्थ्य के सूखेपन को दूर करती है तोरी इसके कूलिंग एजेंट के रूप में कार्य करने के लिए जानी जाती है इस सब्जी में उपस्थित बीटा केरोटीन के कारण यह आँखों के स्वास्थ्य और दृष्टि को बढ़ाने के लिए जानी जाती है

रक्त को शुद्ध करने वाला बढ़िया पदार्थ

बार बार अपने भोजन में तोरई का प्रयोग आपके रक्त में मिले दूषित तत्वों को साफ करने का बहुत अच्छा उपाय है इसके अतिरिक्त यह आपके लिवर के लिए भी बहुत अच्छी है और एल्कोहल और नशे के प्रभाव को भी कम करने में मदद करती है

लिवर की समस्या में तोरई मददगार

तोरई की सब्जी खाने से लिवर की सभी समस्याएं ठीक होती है इसके आलावा यह लिवर में खून को साफ करती है तोरी लिवर के लिए किसी गुणकारी औषधि से कम नही है