गंगा के जलस्तर का पिछले 22 वर्षों का रिकार्ड ध्वस्त

पटना: पटना में गंगा रौद्र रूप में है। पानी लगातार बढ़ रहा है। जलस्तर का पिछले 22 वर्षों का रिकार्ड ध्वस्त हो गया। जिले की 25 पंचायतों की एक लाख से ज्यादा आबादी बाढ़ से घिरी हुई है। कुछ इलाकों में ही फंसे हुए हैं तो कुछ राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

पटना में शनिवार शाम गंगा का पानी घुसना शुरू हुआ। गंगा में उफान को देखते हुए राजधानी में गंगा बांध के गेट पर बालू के बोरे रख दिए गए थे। एलसीटी घाट के पास गंगा टावर अपार्टमेंट में तीन फुट तक पानी जमा हो गया। गंगा बांध के उत्तर निचले क्षेत्र में बने मकान भी डूबने लगे। गंगा का पूरा दियारा डूब गया। मनेर, दानापुर, बख्तियारपुर, अथमलगोला प्रखंड के दियारा क्षेत्र से लोग पलायन करने लगे। अथमलगोला प्रखंड के सबनीमा के पास एनएच 31 पर भी करीब एक फुट पानी जमा हो गया। बख्तियारपुर में एनएच 30 के ऊपर पानी बहने लगा। पालीगंज में 500 एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई। मनेर शहर के देवी चौरा में 1975 के बाद बाढ़ का पानी पहुंचा।

रविवार तक जिले के कई नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस गया। रिंग बांध पर पुनपुन ओवरफ्लो हो गई है। दो दिनों से से बांध का मरम्मतीकरण किया जा रहा है। बिहार विद्यापीठ, एएन सिंह इंस्टीट्यूट सहीत कई इलाकों में पानी घुस गया है। फतुहा-बख्तियारपुर रोड पर पानी चढ़ गया है। एनआईटी पटना के पास 5 इंच पानी बढ़ा है। दानापुर के पुरानी पानापुर दियारा में लोग पानी से घिरे हुए हैं। गंगा टॉवर में घुसा पानी 41 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका है। 1994 के बाद से गांधी बांध पर गंगा अब तक का सबसे ज्यादा जलस्तर है। दीघा में तो 1975 का आंकड़ा छू लिया है। यहां गंगा का जलस्तर 52.52 है।

हालांकि सोन और पुनपुन नदी का जलस्तर सुबह से स्थिर बना हुआ है। सुबह पांच से छह बजे के बीच गंगा अपने उच्चतम स्तर पर गई। आठ बजे से इसमें एक सेमी प्रति घंटा की दर से गिरावट आई है। मनेर में सुबह दस बजे सोन 53.67 मीटर, दीघा में 52.08 मीटर और गांधीघाट में 50.46 मीटर पर जलस्तर बना हुआ है। पुनपुन का जलस्तर 52.48 मीटर पर है। हालांकि, गंगा के ऊपरी क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण इलाहाबाद और बनारस में जलस्तर में वृद्धि हो रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार इलाहाबाद में तीन सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से गंगा बढ़ रही है। वहीं बनारस में गंगा एक सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रही है।

पटना में एनडीआरएफ की टीम पहुँच गयी है। कुल 5 टीम है जिसमे 250 सदस्य है। ये सभी टीम चेन्नई से आयी हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों राहत कार्य पहुंचाने के लिए टीम निकल चुकी है। दियारा इलाके से लोग पलायन कर रहे हैं। उनके साथ मवेशी भी हैं। नाव वाले प्रति व्यक्ति 250 रूपये ले रहे हैं। नाव भी कम है। काफी मिन्नत के बाद वे नाव से लोगों को ला रहे हैं। प्रशासन की तरफ से नावें नहीं दी गयी हैं। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।