भोपाल। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां हो रही मूसलाधार बारिश के चलते अब तक प्रदेश में 15 लोगों की मौत हो गई है। जबकि हजारों लोग बेघर हो गए हैं। राजगढ़, हरदा, शाजापुर, सिहोर और होशंगाबाद में बारिश का पानी कहर बरपा रहा है। यहां भारी बारिश के चलते कई इलाकों का संपर्क राजधानी समेत अन्य जिलों से टूट गया है। पार्वती नदी, घोडा पछाड़, बेतवा, सिंध समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मधुसूदनगढ़ में पार्वती नदी में आए उफान के चलते बनियाटोडी गांव टापू बन गया है। साथ ही आसपास के 50 गांवों में पानी भरना शुरू हो गया है। मौजूद हालात को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है और कंट्रोल रूम भी स्थापित कर दिया गया है।
राज्य की डिजास्टर मैनेजमेंट टीमें और होमगार्ड ने अब तक बाढ़ से प्रभावित 20 हजार लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाया है। जिसमें अकेले एक हजार लोग राजधानी भोपाल के हैं। पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते राज्य में रेल सेवा भी प्रभावित हुई है। भोपाल के हबीबगंज, इटारसी, जबलपुर, सागर और बीना रेल की पटरियां पानी में डूबी हुई है। जिसके चलते रेल यातायात प्रभावित हुआ है। आने वाले दिनों में बाढ़ से राज्य में हालात और खराब होने की आशंका है। हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र से भी आर्थिक मदद की मांग की गई है।
मध्य प्रदेश में भारी बारिश से 15 लोगों की मौत, 50 गांवों में पानी भरना शुरू मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां हो रही मूसलाधार बारिश के चलते अब तक प्रदेश में 15 लोगों की मौत हो गई है। जबकि हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
मध्यप्रदेश के लिए अगले 24 घंटे बेहद मुश्किल भरे है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ बैठक में मौजूदा हालात की समीक्षा की है। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने बारिश और बाढ की स्थिति पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की और पिछले 3-4 दिनों से हो रही बारिश और मौजूदा हालात की जानकारी दी। शिवराज ने गृहमंत्री को बताया कि भारी बारिश के बाद अब हालात सामान्य हो रहे हैं और प्रभावित इलाकों में लोगों के पुनर्वास का काम जारी है।