नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय ने अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में कथित बिचौलिया क्रिस्टियन मिशेल जेम्स और दो अन्य के खिलाफ एक ताजा चार्जशीट दाखिल किया है। इससे पहले 9 जून को मामलों की जांच में तेजी लाने के लिए सीबीआई गुजरात कैडर के एक आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर चुकी है। यह एसआईटी इस बात की जांच करेगा कि वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के लिए किन-किन लोगों को रिश्वत दी गई है।
मिलान कोर्ट ऑफ अपील्स के फैसले में इस बात का ब्यौरा है कि कैसे हेलाकॉप्टर निर्माता कंपनी फिनमेकैनिका और अगस्ता वेस्टलैंड ने सौदा हासिल करने के लिए बिचौलियों के जरिए भारतीय अधिकारियों को कथित तौर पर रिश्वत दी। अदालत ने अपने आदेश में कई जगह पूर्व वायुसेनाध्यक्ष त्यागी के नाम का जिक्र किया है. हालांकि त्यागी ने कहा है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. त्यागी ने कहा था कि अगर वो दोषी हैं, फिर तो उस वक्त की पूरी यूपीए सरकार दोषी है।
यह घोटाला भारत में तब सुर्खियों में आया जब इटली के एयरोस्पेस और डिफेंस निर्माण से जुड़ी कंपनी फिनमेक्कनिका के पूर्व मुखिया ओरसी को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार किया। ओरसी पर भारत सरकार से एक सौदा हासिल करने के लिए कथित तौर पर 362 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप लगा। दरअसल, मार्च, 2012 में भारत सरकार ने 12 अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरों के ऑर्डर दिए। यह डील करीब 3600 करोड़ रुपये में तय हुई। घोटाले में पूर्व एयरचीफ एसपी त्यागी का भी नाम आया।