नई दिल्ली। चीन ने अमेरिका को खुली धमकी दी है कि अगर अमेरिका ने दक्षिण चीन के समुद्र में अपना मटरगश्ती बंद नहीं की तो 66 साल पुरानी जंग दोहराई जा सकती है। ये वो जंग है जिसमें चाह कर भी अमेरिका जीत न सका था।
चीन के उप विदेश मंत्री के चौंकाने वाले बयान ने दुनिया के उस डर को जिंदा कर दिया है कि तीसरा विश्व युद्ध समुद्र से ही शुरू हो सकता है। ये बयान ऐसे वक्त पर आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा वियतनाम की पाश्चाताप यात्रा पर हैं, सालों पहले इसी वियतनाम को तबाह करने के चक्कर में अमेरिका के 58 हजार फौजी मारे गए थे।
दरअसल, कुछ दिन पहले दक्षिण चीन के तनाव भरे समुद्र में ज्वार उठा। चीन के अघोषित कर्फ्यू को तोड़ते हुए अमेरिकी टोही विमान EP-3 एरीज ने उड़ान भरी। अचानक उसके पास दो चीनी जे-11 लड़ाकू विमान प्रकट हो गए। लगा जैसे अमेरिकी टोही विमान को चीनी लड़ाकू जेट्स ने गिरफ्तार कर लिया। वे अमेरिकी प्लेन से सिर्फ 50 फीट के फासले पर उड़ रहे थे। अमेरिकी विमान को तुरंत वो इलाका छोड़ देने का हुक्म सुनाया गया। कहा गया कि ये इलाका चीन का है यहां की जासूसी करना बंद करो और अपने बेस में लौट जाओ।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन का दावा है कि हवा में टक्कर से बचने के लिए अमेरिकी विमान ने तुरंत गोता खाया और तनाव की नई रेखाएं खिंच गईं। कुछ ही दिन बाद दूसरा ज्वार उठा। चीन की मनाही के बावजूद अमेरिका के मिसाइल डिस्ट्रायर शिप USS WILLIAM P LAWRENCE दक्षिण चीन समुद्र में घुसा।
चीन के कब्जे वाले फियरी क्रॉस रीफ के 22 किलोमीटर के दायरे में पहुंच गया। चीन ने वॉर्निंग दी।
अमेरिका ने कसम खाई कि वो फिर इलाका चीन का नहीं है, लिहाजा अमेरिकी विमान और जहाज वहां फिर जाएंगे। चीन ने कसम खाई कि अब अगर अमेरिका ने झगड़े के लिए उकसाया तो 66 साल पहले हुई एक जंग दोहरा दी जाएगी। अमेरिका को इससे पहले इतनी सीधी धमकी किसी मुल्क ने नहीं दी है। इससे पहले अमेरिका को जंग में हार की कड़वाहट इस तरह याद शायद ही किसी ने दिलाई हो।
चीन के उप विदेशमंत्री लियु जेनमिन के मुताबिक हम तैयार हैं, कोरिया की जंग दोहराने के लिए, हम तैयार हैं वियतनाम की जंग दोहराने के लिए। अगर अमेरिकी फौज दक्षिण चीन समुद्र में विवाद भड़काने से बाज नहीं आया तो हम ये जंग दोहराने को तैयार हैं।
आखिर चीन को ये क्या हो गया है जो वो अमेरिका को उस इतिहास की याद दिला रहा है, जिसे भुलाने की कोशिश हर अमेरिकी करता रहा है। आखिर समुद्ध के झगड़े में दुनिया के ये दोनों महारथी समुद्र के हिटलर बनने की कोशिश में क्यों है। एक हिटलर समुद्र पर कब्जे के लिए समुद्र की बालू निकाल कर नकली टापुओं की फौज बना रहा है।