सौ से अधिक अब भी लड़ रहे हैं जिन्दगी मौत की जंग 

लखनऊ। जहरीली शराब के मामले में बुधवार को 9 और लोगों की मौत हो गई। हादसे में मृतकों की संख्या अब 50 हो गई। वहीँ राजधानी के अस्पतालों में भर्ती 114 लोगों में से अभी भी करीब तीन दर्जन लोग गंभीर है। कई की आँखों की रौशनी जा चुकी है तो कुछ को अभी भी खून की उल्टियाँ हो रही है। इसके अलावा जिलाधिकारी ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच वित्त एवं राजस्व के अपर जिला मजिस्ट्रेट करेंगे। बुधवार को जहरीली शराब पीने से मरने वालों में शिव बालक पुत्र रामदीन निवासी अटौरा, अनिल पुत्र राजपाल निवासी अटौरा, प्रताप सिंह पुत्र अनिल निवासी रामपुर बस्ती, पूरन उर्फ घोसु निवासी दतली, कैलाश पुत्र कल्लू निवासी खड़ता, बाबू पुत्र सृजन लाल निवासी खड़ता, दीनदयाल पुत्र पूरे निवासी खड़ता, नरेश पुत्र मैकू निवासी ढोल और मुन्ना पासी (65) निवासी कनार, मलिहाबाद है। गौरतलब है कि मलिहाबाद के खड़ता गांव में रविवार को क्रिकेट टूर्नामेण्ट खत्म होने के बाद देर शाम जहरीली शराब पीने से 150 से अधिक लोगों की हालत बिगड़ गई थी। इन लोगों को सोमवार सुबह राजधानी के बलरामपुर, ट्रॉमा सेण्टर और बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें उन्नाव और बंथरा में जहरीली शराब पीने से बिमार हुए लोग भी शामिल थे। सोमवार को मृतकों की संख्या 20 थी, जो मंगलवार को बढ़कर 41 हो गई थी। बुधवार को यह संख्या 50 पहुँच गई। हादसे में मंगलवार को आबकारी आयुक्त को भी निलम्बित कर दिया गया था। मुख्यमंत्री ने घटना के बाद लखनऊ के आबकारी अधिकारी एलबी यादव, आबकारी निरीक्षक वाणी विनायक मिश्रा, प्रधान सिपाही श्याम नारायण मिश्रा, सिपाही रजनीश कुमार, संजीव कुमार, विनोद कुमार, सुमन देवी, सीता देवी, एसडीएम मलिहाबाद संजीव कुमार, क्षेत्राधिकारी श्यामकान्त त्रिपाठी, इंस्पेक्टर मलिहाबाद अमर सिंह, चैकी प्रभारी आर के वर्मा, सिपाही अरविन्द सिंह, महराजदीन और रामस्वरूप को निलम्बित कर दिया था।