लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग (एम0एस0एम0ई0) ने रोजगार सृजन के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है। एम0एस0एम0ई0 विभाग ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में रिलीफ मिलते ही एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के लिए ऑनलाइन ऋण मेले के आयोजन का सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर आयोजित ऋण मेले की तर्ज पर ही एक महीने के अन्दर सभी 75 जनपदों में भी ऋण मेले का आयोजन किया जाए, इन आयोजनों से प्रभारी मंत्री, स्थानीय सांसद, विधायक आदि को भी जोड़ा जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित ऑनलाइन स्वरोजगार संगम कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रथम चरण में भी एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा बैंकों के साथ समन्वय करके एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को सुदृढ़ करने के लिए बड़ी मात्रा में ऋण वितरण कराया था, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित हुए। सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होेने के बावजूद राज्य में बेरोजगारी की दर सबसे कम है। राज्य सरकार ने 04 लाख से अधिक युवाआंे को राजकीय सेवाओं में नियोजित किया है। एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से 1.5 करोड़ रोजगार सृजित किये गये। साथ ही, अन्य उपायों के माध्यम से स्वरोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं में असीम क्षमता है। इन्हें प्लेटफाॅर्म सुलभ कराए जाने की आवश्यकता है। एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयों को उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। राज्य के युवा एवं यहां वापस आए श्रमिक व कारीगर अब अपनी उद्यमिता से प्रदेश को लाभ पहुंचा रहे हैं। उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर भारत के अभियान को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी में संसाधन कम पड़ जाते हैं। कोरोना महामारी के सामने दुनिया की बड़ी-बड़ी ताकतें पस्त हो गयीं, किन्तु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश ने मजबूती से कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ाई लड़ी तथा दुनिया के तमाम देशों से ज्यादा सुरक्षित स्थिति में रहा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा दवा, वेण्टीलेटर, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन के माध्यम से भरपूर सहयोग किया गया। किसी महामारी के विरुद्ध पहली बार इतनी जल्दी मात्र 09 महीने में वैक्सीन बना ली गयी। 16 जनवरी, 2021 से भारत में हेल्थ वर्कर्स, कोरोना वाॅरियर्स का वैक्सीनेशन प्रारम्भ हो गया। इसके परिणामस्वरूप कोरोना संक्रमण की सेकेण्ड वेव का मजबूती से सामना किया जा सका।