नई दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि लद्दाख में चीन के साथ भारत के सीमा गतिरोध का अगर सैन्‍य और राजनीतिक स्‍तर की बातचीत से मामले का वांछित हल नहीं निकलता तो भारत के पास सैन्‍य विकल्‍प है. गौरतलब है कि लद्दाख को लेकर गतिरोध, जहां इस वर्ष की शुरुआत में चीनी आर्मी ने कैंप स्‍थापित कर लिए थे, का दोनों देशों के बीच सैन्‍य स्‍तर की पांच दौर की बातचीत के बाद भी हल नहीं निकल सका है.

सैन्‍य विकल्‍प मौजूद
जनरल रावत ने कहा, “लद्दाख में चीनी सेना की ओर से किए अतिक्रमण से निपटने के लिए सैन्‍य विकल्‍प मौजूद है लेकिन सैन्‍य और राजनयिक स्‍तर की बातचीन के नाकाम होने की स्थिति में ही इसका इस्‍तेमाल किया जाएगा. हालांकि उन्‍होंने चीनी सेना को पीछे ‘धकेलने’ के लिए भारत की ओर से इस्‍तेमाल किए जाने वाले सैन्‍य विकल्‍प के बारे में विस्‍तार से चर्चा करने से इनकार कर दिया.

20 जवानों ने गंवाई थी जान
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अप्रैल-मई में शुरू हुए सीमा गतिरोध की परिणति बाद में हिंसक झड़प के रूप में हुई थी. 15 जून को गलवान घाटी पर दोनों देशों के सैनिकों की हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों को जान गंवानी पड़ी थी. झड़प में चीन को भी काफी नुकसान हुआ था.