दुबई: बहरीन के प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा का बुधवार को निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। खलीफा, विश्व में सबसे ज्यादा समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्रियों (Prime Minister) में से एक थे जिन्होंने अपने राष्ट्र की सरकार का कई दशकों तक नेतृत्व किया।

साल 2011 की अरब क्रांति के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उन्हें हटाने की मांग भी उठी थी। बहरीन की सरकारी समाचार एजेंसी ने उनके निधन की घोषणा की और कहा कि अमेरिका के मेयो क्लिनिक में खलीफा का इलाज चल रहा था। प्रिंस खलीफा की ताकत और संपत्ति की झलक इस छोटे से देश में चहुंओर दिखाई पड़ती है।

देश के शासक के साथ उनका चित्र कई दशकों तक सरकारी दीवारों की शोभा बढ़ाता रहा। खलीफा का अपना एक निजी द्वीप था जहां वह विदेशी आगंतुकों से मुलाकात करते थे। प्रिंस, खाड़ी देशों में नेतृत्व करने की पुरानी परंपरा का प्रतिनिधित्व करते थे जिसमें सुन्नी अल खलीफा परिवार के प्रति समर्थन जताने वालों को पुरस्कृत किया जाता था। हालांकि उनके तौर तरीकों को 2011 के विरोध प्रदर्शन के दौरान चुनौती मिली थी।