नई दिल्‍ली: संसद के मॉनसून सत्र में शुक्रवार का दिन लोकसभा में हंगामेदार रहा. नेहरू-गांधी परिवार पर केंद्र सरकार के एक मंत्री के कमेंट पर संसद में कई बार कार्यवाही स्‍थगित करने की नौबत आई. इस दौरान विपक्ष के सदस्‍यों ने लोकसभा स्‍पीकर पर ‘पक्षपात’ का आरोप भी लगाया.

सोनिया गांधी और गांधी परिवार का नाम लेने पर हुआ हंगामा
आज फाइनेशियल बिल पर चर्चा के दौरान सोनिया गांधी और गांधी परिवार का नाम लेने पर यह हंगामा हुआ. हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही मेंं व्‍यवधान आया. दरअसल, बीजेपी सांसद और केंद्रीय वित्‍त राज्‍य मंत्री मंत्री अनुराग ठाकुरद्वारा सोनिया गांधी और नेहरू-गांधी का नाम लिया गया तो कांग्रेस सांसद उखड़ गए और जमकर हंगामा किया.

हर कोर्ट ने पीएम केयर्स फंड को सही ठहराया
अनुराग ठाकुर ने कहा था कि हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक, हर कोर्ट ने पीएम केयर्स फंड को सही ठहराया. उन्‍होंने कहा, नेहरूजी ने फंड बनाया आज तक उसका रजिस्ट्रेशन नहीं कराया. आपने केवल एक परिवार गांधी परिवार के लिए ट्रस्ट बनाया था. सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाया था, इसकी जांच होनी चाहिए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.

कांग्रेस का सदन से वाकआउट
ठाकुर की इस टिप्‍पणी का कांग्रेस सांसदों ने जमकर विरोध किया. कांग्रेस ने इस मामले में केंद्रीय मंत्री की माफी की मांग की और सदन से वॉकआउट कर गई. हंगामे के बीच लोकसभा स्‍पीकर ओम बिरला को सदन की कार्यवाही चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.यह गरमाहट तब और बढ़ गई जब तृणमूल सांसद ने स्‍पीकर पर आरोप लगाया कि वे बीजेपी सांसदों का बचाव करते हैं. उन्‍होंने कहा-आप चाहे तो हमें निकाल दीजिए. ये नहीं चलेगा. हम नहीं चलने देंगे.

स्पीकर पर पक्षपात का आरोप
दरअसल, स्‍पीकर ने कहा था कि कोई अगर सुरक्षा से खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा तो नाम लेकर सदन से बाहर जाने को भी कह सकता हूँ. मॉस्क लगा कर बोलिए.हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष सदन की कार्यवाही स्‍थगित करनी पड़ी और उन्‍होंने मामले के समाधान निकालने के लिए सदन में मौजूद नेताओं की अनौपचारिक बैठक बुलाई.