लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिला फ़तेहपुर डीएम की निरंकुशता के खिलाफ जल सत्याग्रह कर रहे पत्रकारों को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का समर्थन मिला है|

प्रियंका गाँधी ने अपने ट्वीट में कहा है कि योगी सरकार सच्चाई से क्यों डर रही है| कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट किया है ” पत्रकार साथियों ने आपदा के दौर में कोरोना से जुड़ी अव्यवस्थाओं को उजागर कर सकारात्मक हस्तक्षेप किया। हैरानी की बात है कि यूपी सरकार के प्रशासन ने फतेहपुर में पत्रकारों पर उनका कर्म करने के लिए मुकदमा कर दिया। पत्रकार सत्याग्रह कर रहे हैं।

गौरतलब है कि फतेहपुर जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष अजय भदौरिया व अन्य वरिष्ठ पत्रकारों के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा दमनकारी नीति अपनाते हुए विगत कुछ समय पूर्व फर्जी मुकद्दमे दर्ज करवाकर चौथे स्तम्भ के विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुठाराघात करने का प्रयास किया था। जिस पर लगभग पच्चीस दिन पूर्व पत्रकारों ने उत्तरप्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर अध्यक्ष समेत अन्य पत्रकारों पर दर्ज कराए गये फर्जी मुकद्दमों को स्पंज कर पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। किन्तु लम्बे समयांतराल भी शासन द्वारा मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया। जिसके विरोध में जिले के एक दर्जन स्थानो पर पत्रकारों ने 30 मई ( हिन्दी पत्रकारिता) दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया था और फिर 7 जून को जिलाधिकारी की सरकार विरोधी नीतियों के खिलाफ जल सत्याग्रह आंदोलन किया था। एसोशिएशन ऑफ इंडियन जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष अजय भदौरिया के नेतृत्व में यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन फ़तेहपुर के जिलाध्यक्ष विवेक मिश्र के साथ जिले के लगभग पन्द्रह अलग अलग स्थानों में सैकडो की संख्या में एकत्र होकर पत्रकारों ने गंगा यमुना आदि नदियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जल सत्याग्रह कर विरोध जताया था ।