मुंबई:
कैम्पसेस के लिए आयोजित की जाने वाली भारत की सबसे प्रतिष्ठित बिज़नेस क्विज़, टाटा क्रूसिबल कैम्पस क्विज़ के 19 वें साल का ग्रैंड फिनाले मुंबई के ताज महल होटल में संपन्न हुआ। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) कानपूर के प्रदुन्म चौधुरी ने नेशनल चैम्पियन का ख़िताब जीता। उन्हें 2.5 लाख* रुपयों का शानदार इनाम और प्रतिष्ठित टाटा क्रूसिबल ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता के राष्ट्रीय अंतिम चरण में मुकाबला काफी कड़ा रहा और बहुत ही दमदार क्विज़िंग देखने मिला।विजेता को महा इनाम देने के साथ-साथ, टाटा क्रूसिबल ने राष्ट्रीय विजेता और दो उपविजेताओं को टाटा ग्रुप के साथ इंटर्नशिप के अवसर भी प्रस्तुत किए हैं।

इस साल के टाटा क्रूसिबल कैम्पस क्विज़ के उपविजेता राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी के ताहा उद्दीन और दिल्ली के शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिज़नेस स्टडीज़ के ईशान येवले हैं। राष्ट्रीय विजेता और उपविजेताओं को सम्मानित करते हुए, प्रमुख अतिथि, टाटा प्ले लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ श्री हरित नागपाल ने कहा, “टाटा क्रूसिबल में हमारे देश की उल्लेखनीय प्रतिभाओं और क्षमताओं का सम्मान किया जाता। यह पहल ज्ञान के प्रति जिज्ञासा को बढ़ावा देती है। यह क्विज़ हमारे देश के युवाओं की क्षमताओं का प्रमाण है। इस अद्वितीय ज्ञान पहल में 1.2 लाख से अधिक छात्रों की सहभागिता हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। टाटा क्रूसिबल कैम्पस क्विज़ की समर्पित आयोजन टीम के प्रति मैं हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे युवाओं के लिए यह मंच बनाया है। यहां उपस्थित युवाओं को मेरी सलाह है कि किसी भी बात को हल्के में न लें। जैसे महामारी काले हंस की तरह आई थी, वैसे ही जिंदगी हमें किसी भी मोड़ पर लाकर खड़ा कर सकती है। हमें किसी भी चीज के लिए तैयार रहना चाहिए और जिस तरह हम कोविड महामारी पर सफलतापूर्वक काबू पाने और उससे उभरने में सक्षम थे, उसी तरह हम अपने रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियों पर विजय प्राप्त करेंगे।”

भारत के कुछ सबसे प्रतिभावान युवाओं के कौशलों की परीक्षा लेने वाले कड़े मुकाबले में, प्रदुम्न चौधुरी विजेता हुए। इस सफलता पर प्रदुम्न ने कहा, “आखिरकार टाटा क्रूसिबल ट्रॉफी जीतकर मैंने अपना सपना सच किया है। 2019 से मैं इसके लिए प्रयास कर रहा था, लेकिन उस वक्त फाइनल से चूक गया था, उसके बाद 2022 में मैं उपविजेता बनने के बहुत करीब पहुंच गया था। इसके बाद कॉर्पोरेट जगत में जाऊं या उच्च शिक्षा के लिए, टाटा क्रूसिबल के साथ रहने के लिए मैं हमेशा उत्सुक रहूंगा। यह अनुभव मुझे ज़िन्दगी भर याद रहेगा।”