लखनऊ:  पश्चिमी उयूपी की चीनी मिलें 15 नवम्बर तक तथा पूरे प्रदेश की चीनी मिले 30 नवम्बर तक पेराई सत्र प्रारम्भ करेंगी तथा 17 नवम्बर तक पिछले गन्ना मूल्य का भुगतान न करने वाले चीनी मिल मालिकों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जायेगा यह आश्वासन आज गन्ना आयुक्त के कार्यालय के घेराव के उपरान्त वार्ता के दौरान गन्ना आयुक्त कार्यालय के अधिकारियों द्वारा दिया गया। 

आज राष्ट्रीय लोकदल तथा किसान मंच द्वारा गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश  अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान के नेतृत्व में गन्ना आयुक्त कार्यालय का घेराव किया गया। घेराव में विशेष  रूप से प्रदेश  की चीनी मिलों में अविलम्ब पेराई सत्र आरम्भ कराने, आगामी सत्र के लिए गन्ने का मूल्य का निर्धारण 350 रूपये प्रति कुन्तल करने, गत वर्ष के बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान अविलम्ब कराये जाने तथा पिछला भुगतान न करने वाले मिल मालिकों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग शामिल थी। 

घेराव की अध्यक्षता करते हुये मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश का गन्ना किसान अपनी समस्याओं को लेकर काफी परेशान है जिससे उसके उपर आर्थिक संकट के घनघोर बादल छाये हुये हैं। अभी तक अधिकांश  चीनी मिल में पेराई प्रारम्भ नहीं हो सकी है जबकि 15 अक्टूबर तक पश्चिमी उ0प्र0 की और 15 नवम्बर तक पूर्वी उ0प्र0 की सभी चीनी मिलों में पेराई प्रारम्भ हो जाती थी। चीनी मिलें न चलने के कारण किसान अपना गन्ना 170-200 रूपये प्रति कुन्तल क्रेशर पर बेचने को मजबूर है। समय से मिलांे में पेराई प्रारम्भ न होने से पेड़ी गन्ना बेचकर गेहूं बोने वाले किसानों के सामने गन्ना बेचने का संकट है जिससे गेहूं की बुआई भी प्रभावित होगी और गन्ने के साथ साथ गेहूं के उत्पादन पर विपरीत असर पडे़गा। प्रदेश सरकार द्वारा चीनी मिलों को तमाम रियायतें देने के बावजूद चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का इस समय भी अरबों रूपया बकाया है अभी तक गन्ने का अनुरक्षण भी जारी नहीं किया गया है जिससे किसानों में उहापोह की स्थिति है।