नई दिल्‍ली: केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने नई दिल्ली स्थित केरल भवन में गोमांस परोसे जाने के आरोप लेकर की दिल्ली पुलिस की ओर से की गई ‘छापेमारी’ पर निशाना साधा और इस ‘बेहद आपत्तिजनक’ घटनाक्रम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उधर केरल भवन ने इस घटना के विरोध में बुधवार को एक बार फिर भैंस का मांस परोसने का ऐलान किया है।

दिल्ली पुलिस पर अपने दायरे से बाहर निकलने का आरोप लगाते हुए चांडी ने मोदी से आग्रह किया कि वह इस घटना को लेकर कड़ी कार्रवाई करें। इस मामले पर कांग्रेस और वाम दलों की ओर से आलोचना किए जाने के बाद केरल के दो सांसदों ने इस मुद्दे को संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में उठाने का फैसला किया है।

लोकसभा में कांग्रेस उप मुख्य सचेतक केसी वेणुगोपाल और राज्यसभा में माकपा के उप नेता केएन बालगोपाल ने कहा कि वे अगले महीने संसद के सत्र में इस घटना तथा गोमांस खाने के नाम पर हत्याओं का मुद्दा उठाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में चांडी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि दिल्ली पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई बेहद आपत्तिजनक है तथा वे स्पष्ट तौर पर अपने दायरे से बाहर निकले हैं।’ सोमवार को किसी दक्षिणपंथी समूह से संबंध रखने का दावा करने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को फोन करके शिकायत की कि केरल भवन की कैंटीन में गोमांस परोसा जाता है। इसके बाद दिल्ली पुलिस के कर्मी तुरंत दिल्ली स्थित इस सरकारी अतिथि गृह पहुंचे।

घटना का ब्यौरा देते हुए चांडी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस के साथ कुछ अज्ञात व्यक्ति बीती शाम केरल भवन पहुंचे और कैंटीन पर छापेमारी की।

उन्होंने दावा किया कि गोमांस परोसे जाने का आरोप लगाते हुए इन लोगों ने कैंटीन में कामकाज बाधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोमांस की शिकायत ‘गलत सूचना’ पर आधारित थी।