हिन्दू रक्षा दल ने आधिकारिक रूप से ली JNU हिंसा की ज़िम्मेदारी
नई दिल्ली: हिंदू रक्षा दल नाम के एक संगठन ने दावा किया है कि जेएनयू में उसी के कार्यकर्ताओं ने छात्रों के साथ मारपीट की थी। संगठन के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने एक विडियो जारी करके जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए धमकी दी है कि ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।उन्होंने कहा कि जेएनयू में देश विरोधी गतिविधियां होती हैं जोकि उन्हें बर्दाश्त नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोई देश के खिलाफ साजिश रचेगा तो वो उसी तरह जवाब देंगे जिस प्रकार रविवार को जेएनयू में दिया गया.
पिंकी चौधरी ने वीडियो में कहा कि अगर आगे भी किसी ने ऐसी देश विरोधी गतिविधियां करने की कोशिश की तो हम ऐसी ही कार्रवाई बाकी की यूनिवर्सिटी में करवाएंगे. हालांकि अभी यह सिर्फ हिन्दू रक्षा दल का दावा है, इस मामले में पुलिस को कोई भी साक्ष्य नहीं मिले हैं बता दें कि पिंकी चौधरी और उनके कार्यकर्ताओ ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के ऑफिस पर भी पथराव किया था. इसके अलावा वो पहले भी ऐसे मामलों में जेल जा चुके हैं.
सूत्रों के मुताबिक़, शाम लगभग 7 बजे दर्जनों नक़ाबपोश लाठी-डंडों से लैस कैम्पस में घुसे और उन्होंने छात्रों पर हमला कर दिया। उस समय कैम्पस में अंधेरा था, जिसकी वजह से किसी की भी पहचान कर पाना मुश्किल था, इसलिए कोडवर्ड के ज़रिये हमलावरों ने इस बात की पहचान की थी कि किसे पीटना है और किसे नहीं।
इस हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया था, हालांकि अब हिंदू रक्षा दल ने इसकी ज़िम्मेदारी ले ली है।
इस हमले में जेएनयू के छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई छात्र बुरी तरह से घायल हो गए थे, जिन्हें AIIMS भर्ती कराया गया था।जेएनयू में छात्रों पर हमले की देश भर में चौतरफ़ा निंदा हो रही है और एएमयू समेत कई विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।








