नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को अपनी 5 दिन की जापान और कोरिया की यात्रा पर रवाना हो चुके हैं। रक्षा मंत्री के इस आधिकारिक दौरे पर राजनाथ उनके पर्सनल स्टाफ के बीच उनके कपड़े के लेकर काफी चर्चा हुई।

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में केंद्रीय गृहमंत्री की भूमिका निभा चुके राजनाथ को अपने पिछले कार्यकाल की तुलना में अधिक विदेश यात्राएं करनी हैं। वह पहले ही इस साल मोजांबिक की यात्रा पर जा चुके हैं। मालूम हो कि राजनाथ सिंह अपने कार्यक्रमों में पारंपरिक भारतीय परिधान धोती-कुर्ता पहनने पर जोर देते हैं। इतनी ही नहीं रक्षा मंत्रालय के कार्यक्रमों में भी वह धोती-कुर्ता को ही तरजीह देते हैं।

हालांकि, कुछ लोगों ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें विदेश दौरों पर उन्हें भारतीय पारंपरिक परिधान की तुलना में फॉर्मल ड्रेस पहनना चाहिए। वहीं, केंद्रीय मंत्री का जोर इस बात पर है कि यदि मौसम ने साथ दिया तो वह सामान्य रूप से पहने जाने वाले भारतीय पारंपरिक परिधानों को ही तवज्जो देंगे।

ऐसे में संभव है कि राजनाथ सिंह जापान और कोरिया के दौरे पर भी धोती-कुर्ता और जैकेट पहने नजर आ जाएं। राजनाथ सिंह के बारे में कहा जाता है कि उनका पहनावा और उनकी बोलचाल की भाषा उनको आम आदमी के करीब लेकर जाती है। जब वह धोती-कुर्ता पहन कर किसानों के बीच अपनी बात रखते हैं तो किसानों के साथ ही आम जनता भी उनसे जुड़ाव महसूस करती है।

राजनाथ सिंह हमेशा सफेद धोती और पूरी बांह का कुर्ता पहने नजर आते हैं। मौजूदा दौर में बहुत कम ऐसे नेता हैं जो धोती-कुर्ता पहने नजर आते हैं। ऐसे में राजनाथ सिंह का धोती कुर्ता लोगों को आकर्षित करता है। वह पारंपरिक परिधानों के साथ ही देसी खाने को तरजीह देते हैं।

राजनाथ सिंह को गुलाबजामुन और जलेबी बहुत पसंद है। राजनाथ सिंह जेपी आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले राजनेताओं की पांत में शामिल हैं। राजनाथ सिंह पहली बार 1977 में यूपी के मिर्जापुर से विधायक बने थे। उन्होंने तीन बार इस सीट से चुनाव जीता। राजनाथ 1991 में प्रदेश के शिक्षा मंत्री बने। इसके बाद साल 2000 में वह यूपी के मुख्यमंत्री बने।