आईसीआईसीआई लोम्बार्ड 25 से 45 साल के बीच व्यक्तियों में धूम्रपान की आदतें उत्तरदाताओं की संख्या 1011, 80ः उत्तरदाता नियमित रूप से पैसिव स्मोकिंग के शिकार इनमें से 53 फीसदी दैनिक आधार पर, लगभग आधे ने सर्वेक्षण में माना कि धूम्रपान भी नशे की लत जैसी है और इसे छोड़ना मुश्किल, 57ः धूम्रपान करने वालों के पास स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी नहीं है, यहां तक कि सिगरेट के पैकेट पर चेतावनी के आकार पर बहस से कड़ी प्रतिक्रिया पैदा होना जारी है, ऐसा लगता है कि धूम्रपान करने वालों ने अपना मन बना लिया है, 72 फीसदी उत्तरदाताओं का कहना है कि तस्वीर वाली चेतावनी या सादे पैकेजिंग की उनकी आदत पर बहुत थोड़ा प्रभाव पड़ेगा, केवल 24ः उत्तरदाता ने माना कि सिन टैक्स में वृद्धि धूम्रपान करने वालों को आदत छोडने में मदद देगा, उनमें से 41ः का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर सख्त प्रतिबंध लगाने की व्यापक रूप से सराहना की जाएगी.
अन्य महत्वपूर्ण निष्कर्ष के बीच उपर के निष्कर्ष वर्ल्ड नो टोबैको डे पर आयिजित ’धूम्रपान पर आपका रुख क्या है?“ नाम से एक आईसीआईसीआई लोम्बार्ड सर्वेक्षण का हिस्सा हैं. तंबाकू के इस्तेमाल के साथ जुड़े स्वास्थ्य जोखिम पर प्रकाश डालने और जागरूकता पैदा करने के लिए, डब्ल्यूएचओ ने 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाने की शुरुआत की है. इस साल के कैम्पेन का थीम है, सादे पैकेजिंग के लिए तैयार हो जाओ.
सर्वेक्षण पर टिप्पणी करते हुए श्री संजय दत्ता, चीफ-अँडरराइटिंग, क्लेम एंड रिइंश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने कहा कि आईसीआईसीआई लोम्बार्ड सर्वेक्षण से एक रोचक अंतर्दृष्टि का पता चलता है. लेकिन सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि यह धूम्रपान के खिलाफ लड़ाई कितनी लंबी है, सर्वेक्षण के सबसे खतरनाक निष्कर्षों में से एक ये है कि उत्तरदाताओं का केवल 10ः धूम्रपान से होने वाली समस्या से निपटने के लिए स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदने की जरूरत महसूस करता है. यह इस बात पर जोर देती है कि बीमा कंपनियों और एक समाज के रूप में, हम अभी भी धूम्रपान के बुरे प्रभावों के बारे में पूरी जागरूकता फैलाने से काफी दूर है।