इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है. आईसीसी के इस फैसले को हालांकि भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड ने चैलेंज किया है. एशिया कप 2025 में सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप मैच में मिली जीत पहलगाम हमले के पीड़ितों और भारतीय सेना को समर्पित की थी. भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था, जिसने पाकिस्तान में मौजूद आंतकी ढाचे को बड़े पैमाने पर खत्म किया.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सूर्यकुमार यादव के बयान को राजनीति से प्रेरित बताया और आईसीसी में शिकायत की थी. हालांकि भारतीय कप्तान ने ये बयान फैन्स की भावनाओं को ध्यान में रखकर दिया था. इसे लेकर पाकिस्तानी टीम ने जानबूझकर भ्रम फैलाया. उधर पीसीबी ने ये भी शिकायत दर्ज कराया कि सूर्यकुमार यादव ने हैंडशेक नहीं करके खेल भावना का उल्लंघन किया. वैसे आईसीसी के रूल बुक में कहीं नहीं लिखा है कि हैंडशेक करना जरूरी है.

सूर्यकुमार यादव आईसीसी के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन के समक्ष 25 सितंबर (गुरुवार) को पेश हुए थे. आधिकारिक सुनवाई में आईसीसी ने सूर्यकुमार की दलील को खारिज कर दिया. कप्तान सूर्या ने खुद को दोषी नहीं माना था. यह सुनवाई पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की शिकायत के बाद बुलाई गई थी. पीसीबी ने आरोप लगाया था कि सूर्यकुमार की टिप्पणी में भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव से जुड़े राजनीतिक संकेत मौजूद थे.

आईसीसी ने इससे पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर हारिस रऊफ पर भी एक्शन लिया था. हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया था. वहीं साहिबजादा फरहान को फटकार लगी. हारिस रऊफ ने भारत के खिलाफ सुपर-चार मुकाबले के दौरान आपत्तिजनक इशारे किए थे. साथ ही भारतीय ओपनर्स अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल के साथ उनकी भिड़ंत भी हुई थी. दूसरी ओर साहिबजादा फरहान ने ‘गन सेलिब्रेशन’ करके भारतीय खिलाड़ियों को उकसाना चाहा.