लखनऊ
कुलियों की जीवन स्थितियों और सामाजिक सुरक्षा के संदर्भ में आज राष्ट्रीय कुली मोर्चा की तरफ से पूरे देश में सर्वे शुरू किया गया है। लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर भी मोर्चा के प्रतिनिधियों ने कुलियों का व्यापक सर्वे किया। राष्ट्रीय कुली मोर्चा के कोऑर्डिनेटर राम सुरेश यादव ने प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि इस सर्वे में कुलियों की रेलवे में स्थाई नौकरी के संबंध में, माई कुली एप, ट्रॉली प्रथा और बैटरी रिक्शा के कारण उनकी कमाई में हो रही कमी, परिवार के पालन पोषण में हो रही दिक्कतों, बच्चों की शिक्षा और परिवार की स्वास्थ्य सुविधा, संकटग्रस्त स्थितियों कर्ज लेने और कुली विश्रामगृह में प्राप्त सुविधाओं के संबंध में व्यापक सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सांसदों, गणमान्य नागरिकों, रेलवे और बोर्ड के अधिकारियों को भेजा जाएगा।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कुली मोर्चा के प्रयासों के बाद रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय ने 19 जून को कुलियों की हालातों की 9 बिंदुओं पर जांच करने का आदेश दिया था। देश में कुछ जगहों पर बिना कुलियों से राय लिए मनमाने तरीके से प्रशासनिक अधिकारियों ने रिपोर्ट रेल मंत्रालय को भेज दी। बहुत सारी जगहों पर इसे शुरू भी नहीं किया गया। उन्होंने मांग की कि रेलवे के उच्च अधिकारी रेल मंत्रालय के आदेशों का पालन करें और कुलियों की जीवन स्थितियों की बाकायदा जांच कराएं। कहा कि राष्ट्रीय कुली मोर्चा लगातार यह अनुरोध कर रहा है कि कुलियों के सामने आजीविका का जो गहरा संकट पैदा हो गया है उसके हल के लिए उन्हें रेलवे की नौकरी में समायोजित किया जाए।

  आज के कार्यक्रम का नेतृत्व देश के विभिन्न स्टेशनों पर   राज कपूर, रामबाबू बिलाला, राम महावार, कलीम मकरानी, शेख रहमतुल्लाह, चंदेश्वर मुखिया, दिनेश मुखिया, भारत भूषण, अनिल सांवले,जफर भाई ,चंद्रू चालवाड़ी, अशोक अवार्ड, सूबेदार मीणा, रामपाल,  रमेश ठाकुर, उमेश शर्मा,  मो हाशिम, राहुल कुमार, राजकुमार यादव, शिवराम, अरुण कुमार महतो,  अरविंद, कन्हैया ग्वाल, मूलचंद वर्मा, राजू टीकम, जितेंद्र डांगी , बुधराम, चंद्रपाल, रवि शर्मा, रामजन्म यादव ने किया।