टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के बाद भारत की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है. उन्होंने सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. पुजारा करीब दो साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे, लेकिन वो डॉमेस्टिक क्रिकेट खेल रहे थे. 28 अगस्त से शुरू होने वाले एक टूर्नामेंट के लिए जब उन्हें टीम में नहीं चुना गया. इसके बाद ये माना जा रहा था कि डॉमेस्टिक क्रिकेट में भी उनका लौटना मुश्किल है. शायद इसी वजह से पुजारा ने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया.

28 अगस्त से दलीप ट्रॉफी शुरुआत होने जा रही है. इस टूर्नामेंट में चेतेश्वर पुजारा वेस्ट जोन की तरफ से खेलते थे, लेकिन इस बार उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई. इस टीम की कमान ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को सौंपी गई है. चेतेश्वर पुजारा ने अपना आखिरी डॉमेस्टिक मैच इसी साल फरवरी में गुजरात के खिलाफ था.

इसके अलावा वो करीब दो साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. पुजारा टीम इंडिया की ओर से आखिरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2021-23 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे. 7 जून 2023 से लंदन के ओवल में शुरू हुए इस खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने 209 रनों से जीत दर्ज की थी. पुजारा इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए थे. पहली पारी में उन्होंने 14 और दूसरी पारी में 27 रन बनाए थे. इसके बाद से उन्हें फिर टीम इंडिया में जगह नहीं मिली.

चेतेश्वर पुजारा ने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने इसके बाद भारतीय टीम की ओर से 103 टेस्ट मैच खेले, जिसमें पुजारा ने 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए. इसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं.

जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने वनडे करियर की शुरुआत करने वाले पुजारा ने टीम इंडिया की ओर से 5 वनडे मैच भी खेले हैं, जिसमें केवल 10.20 की औसत से 51 रन बनाए हैं. उन्होंने फर्स्ट क्लास मैचों में 21 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. इस दौरान पुजारा ने 66 शतक ठोके हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच हुई टेस्ट सीरीज में चेतेश्वर पुजारा कमेंट्री करते हुए देखे गए थे.