मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी को 17,000 करोड़ रुपये के लोन धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने उनके टॉप सहयोगियों को तलब किया है और इसके साथ ही 39 बैंकों को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है. इस खबर के आते ही अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूट गए और रिलायंस इंफ्रा से लेकर रिलायंस पावर तक के शेयर में लोअर सर्किट लग गया.

अनिल अंबानी की की व्यावसायिक संस्थाओं से जुड़े कथित 17,000 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में अनिल अंबानी की मुश्किलें बढ़ रही है और प्रवर्तन निदेशालय ने इसे लेकर अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है. पहले अनिल अम्बानी को तलब करने के बाद ED ने अब उनके सबसे करीबी सहयोगियों को भी तलब किया है. इनमें उनके पुराने विश्वासपात्र अमिताभ झुनझुनवाला और सतीश सेठ जैसे नाम भी शामिल हैं. इन सभी को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत पूछताछ के लिए बुलाया गया है.

बीते कुछ दिनों में लोन फ्राड मामले में अनिल अंबानी के कॉर्पोरेट साम्राज्य से जुड़े टॉप लेवल के अधिकारियों को कम से कम छह समन जारी किए गए हैं. बता दें कि ये सभी पहले भी इस मामले में की गई तमाम छापामार कार्रवाई के दौरान ईडी की जांच के घेरे में आ चुके हैं. अधिकारियों की मानें तो इन सभी ने बड़े पैमाने पर हुई इस धोखाधड़ी को अंजाम देने और बैंक लोन की हेराफेरी में अहम भूमिका निभाई थी.