सिर्फ बल्लेबाज़ के रूप में पंत को चौथे टेस्ट में खिलाना सही नहीं: रवि शास्त्री
मैनचेस्टर टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के उप-कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि टीम के उप-कप्तान को तब तक एक बल्लेबाज के रूप में नहीं खेलना चाहिए, जब तक कि वह चौथे टेस्ट से पहले मैच के लिए विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी लेने के लिए आश्वस्त न हो जाएं।
तीसरे टेस्ट में पंत ने 74 और 9 रन की पारी खेली थी। खेल के दौरान उन्हें बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में चोट लगी थी, जिसके बाद वह मैदान से बाहर चले गए थे। वह मैच के बाकी समय विकेटकीपिंग नहीं कर पाए। उनकी अनुपस्थिति में विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली।
शुक्रवार को आईसीसी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में शास्त्री ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि अगर पंत विकेटकीपिंग नहीं कर सकते तो उन्हें विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर मैदान में उतरना चाहिए, क्योंकि उन्हें क्षेत्ररक्षण करना होगा, और अगर वह क्षेत्ररक्षण करते हैं, तो स्थिति और खराब हो जाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि दस्तानों के साथ कम से कम कुछ सुरक्षा तो मिलती है। बिना दस्तानों के, अगर उन्हें कोई ऐसी चीज लग जाती है जो उन्हें चुभती है, तो यह बहुत अच्छा नहीं होगा। इससे चोट और बिगड़ जाएगी।”










