हमीरपुर:
बार-बार पेट का खराब होना साधारण लक्षण नहीं है। यह आंत की टीबी का कारण भी हो सकता है। बगैर देर किए ऐसे रोगियों को तत्काल इसकी जांच करानी चाहिए। जनपद में पिछले नौ माह के अंदर 35 लोगों में आंत की टीबी की पुष्टि भी हुई है, जो उपचाराधीन है।

कुरारा ब्लाक के 35 वर्षीय राशिद (बदला हुआ नाम) आंत की टीबी से पीड़ित थे। अक्सर दस्त आने और पेट में ऐंठन बनी रहती थी। वजन भी घटने लगा था। भूख भी नहीं लगती थी। जो थोड़ा-बहुत खा-पी लेते थे वो पचता भी नहीं था। काम में मन नहीं लगता था। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क किया तो आंत की टीबी की जांच कराने की सलाह दी गई। जांच में टीबी की पुष्टि हुई। उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह लक्षण आंत की टीबी का भी हो सकता है। तीन माह तक उपचार कराया। डॉक्टरों के संपर्क में रहे। अब पूरी तरह से इस बीमारी से उबर चुके हैं।

दस्त आंत की टीबी का प्रमुख लक्षण
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.महेशचंद्रा बताते हैं कि दस्त आंतों की टीबी का सबसे प्रमुख लक्षण है। आंतों में टीबी से पीड़ित हर तीन में से एक व्यक्ति को दस्त की समस्या होती है। उल्टी या उल्टी महसूस होना भी इसके प्रमुख लक्षणों में से एक है। इसके कुछ रोगियों को खाना खाते ही उल्टी महसूस होने लगती है, तो कुछ को पानी पीने में भी उल्टी आती है। ऐसे रोगियों को बगैर देर किए अपनी जांच करानी चाहिए। आंत का टीबी का समुचित उपचार सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध है। आंत की टीबी के जनवरी से मार्च में 21, अप्रैल से जून में 11 और जुलाई में तीन केसों की पुष्टि हो चुकी है।

इन लक्षणों की न करें अनदेखी
डिप्टी डीटीओ डॉ.बीपी सिंह ने बताया कि आंत की टीबी से पाचन खराब होता है। शरीर को भोजन से जरूरी न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पाते हैं और शरीर कमजोर होने लगता है, साथ ही वजन भी कम होने लगता है। हल्का बुखार रहना और रात में पसीना आना टीबी का लक्षण है, इसे कतई नरअंदाज न करें। आंतों में टीबी के कारण पेट में हल्का-हल्का दर्द बना रहता है। जो कभी कम तो कभी ज्यादा हो सकता है।