शुक्रवार शाम एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित कर दिया. उन्‍होंने कहा कि रामगोपाल ने पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचाया है. मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव नहीं समझ रहे. रामगोपाल उनका भविष्‍य बर्बाद कर रहे हैं.

वहीँ पार्टी से निकाले जाने के बाद रामगोपाल यादव ने कहा कि 'ये निष्‍कासन पूरी तरह से असंवैधानिक है. बिना पक्ष सुने कार्रवाई नहीं की जा सकती. सम्‍मेलन तो बुलाया ही जाएगा. नेताजी (मुलायम सिंह) को पार्टी का संविधान मालूम नहीं है. इस पार्टी में लगातार शीर्ष स्तर से असंवैधानिक काम हो रहे हैं. अगर पार्टी का अध्यक्ष असंवैधानिक काम करे तो फिर सम्मेलन कौन बुलाएगा? एक भी मीटिंग नहीं हुई तो फिर कैसे पार्टी के उम्मीदवार घोषित किए गए. पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग पर सम्मेलन बुलाया गया.

गौरतलब है कि सपा सुप्रीमो ने कुछ समय पहले भी रामगोपाल को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया था. इस पर मुलायम ने कहा कि उसके बाद रामगोपाल ने माफी मांग ली थी और अपनी गलती स्‍वीकार कर ली थी. इसलिए उनको माफ कर दिया था, लेकिन अब पार्टी में वापस आने के बाद रामगोपाल ने सीधा मुझ पर हमला किया है. इसको बर्दाश्‍त नहीं किया जा सकता. इसलिए रामगोपाल को पार्टी से निकाला जाता है.